दिल के जख्म – रेखा जैन : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : रीना ने भी अन्य लड़कियों की तरह ही ससुराल के सपने देखे थे। B.SC. करते ही उसकी शादी हो गई। वो आगे पढ़ना चाहती थी लेकिन अच्छा रिश्ता होने की वजह से उसके माता पिता ने उसकी शादी कर दी। उसकी मां ने शादी के पहले उसके सास, ससुर, और … Read more

पर्दा हट गया- सुधीर श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : अभी थोड़े दिन पहले ही सीमा को पदोन्नति देकर जनरल मैनेजर बना दिया गया था। अपने काम के प्रति जूननी और समर्पित सीमा न खुद लापरवाह रहती थी और न ही अपने अधीनस्थों से ऐसी अपेक्षा रखती थी। अनुशासन प्रिय सीमा कंपनी के लापरवाह और कामचोर कर्मचारियों की आंख में … Read more

अम्माजी , आंखें खोलो बस… – डॉ. विभा कुमरिया शर्मा : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : तू क्या जाने हम तो राजा – महाराजा के बच्चे हैं ,जो राजपाट और शान -शौकत हमने अपने मायके में देखी है ना वह ससुराल में और तुम्हारे पापा से नहीं मिली , कुछ ना ही कहूं तो अच्छा है।‌ अरे कहां कर सकते थे हमारा मुकाबला यह लोग ? … Read more

“एक ससुराल ऐसा भी” – ऋतु अग्रवाल : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi :   “बहू आ गई! बहू आ गई!” के शोर से सारा दालान गूँज उठा। घर में जितने भी रिश्तेदार थे,सभी ड्योढी पर आ खड़े हुए। मानसी आदित्य के साथ दरवाजे के दूसरी तरफ खड़ी थी। नया घर, नया माहौल, नए लोग, सोच सोच कर ही मानसी की हालत ख़राब हुई जा … Read more

मायके का सामान – सुनीता मिश्रा : Moral stories in hindi

“दम घुटता है मेरा इस घर में।” इस वाक्य को रोज रात सोने से पहिले कहना अवनी का नियम बन गया था ।शादी को कुल जमा चार माह ही हुए थे। “ये मुर्गी के दड़बे जैसा घर।” “मायके से आया मेरा कीमती समान कबाड़ की तरह ठुँसा है।” “तुम्हारी माँ की अल्सुबह से खट पटर … Read more

नंदिनी – अविनाश स आठल्ये : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : ओह्ह !! आज भी पापा अपना लंचबॉक्स ले जाना भूल गये हैं, चलो मैं अपने स्कूल जाते जाते उनको ऑफिस में देते आऊँगी..नंदिनी ने डायनिग टेबल पर पैक करके रखे पापा के लंचबॉक्स को देखकर सोचा। कुछ ही देर बाद नंदिनी व्हीलचेयर से उतरकर नगर-निगम के ऑफिस में जाकर घिसटते … Read more

माँ तेरे रूप कितने! : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : “बहू होना भी किसी गुनाह की सज़ा से कम नहीं है! शादी ही नहीं करनी चाहिए! बँधुआ मजदूरी का ही एक अलग तरीक़ा है ये भी…बस मेरा और काम भी क्या है…दिन भर रंग-रंग के व्यंजन बना कर चराती रहूँ सबको। अपनी ख़ुशी के लिए अपने मन का कुछ करने … Read more

यहीं तो हैं हैं अमर प्रेम – मीनाक्षी सिंह : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi : रमा देखो,, भगवानदास आया हैं… कुछ कहना हैं शायद उसे… 80 वर्षीय विनोद जी अपनी पत्नी से बोले… भगवानदास का नाम सुन आंगन बुहारती रमाजी के पूरे शरीर में बिजली कौंध गयी… क्या भगवानदास … आज इतने सालों के बाद यहां क्यूँ आय़ा हैं… उस निर्लज्ज को अब मुझसे क्या … Read more

शायद कभी नहीं – संगीता श्रीवास्तव : Moral stories in hindi

Moral stories in hindi :  “अरे, क्या कर रहे हो तुमलोग? शीशे हैं, चुभ जाएंगे पैरों में।” मैंने उन्हें टोका था। उन्हीं में से एक लड़के ने कहा था- “दीदी, हमने इन्हीं शीशों पर तो चलना सीखा है, इन्हीं कूड़ों पर तो होश संभाला है।” “पर इसके पहले तो मैंने तुम्हें यहां नहीं देखा।” “हां … Read more

मेरा घर : Moral stories in hindi

उच्च श्रेणी का वृद्धाश्रम .. सभी अपने क्रिया कलापों में व्यस्त, समीर जी ..अपने कमरे की बालकनी से बाहर गार्डन की खूबसूरती निहार रहे हैं… ये वृद्धाश्रम  दीन हीन बुजुर्गों का नहीं… अकेलेपन से ग्रस्त लोगों के लिए था, जो काफी महंगा होने के साथ सर्व सर्व सुविधायुक्त भी था!! सामने खूब हरा भरा गार्डन … Read more

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