घमंड – उमा वर्मा : short hindi stories

आज मौली की बरसी है ।उसे गये एक साल बीत चुके हैं ।समय कितना जल्दी अपनी यात्रा पूरा करता है, यह उसकी जेठानी आभा को पता चल रहा है ।बरसी की तैयारी जोर शोर से चल रहा है ।परिवार के बहुत सारे लोग जुटे हुए हैं । मौली के पापा बहुत पहले गुजर गए थे … Read more

ऐसे पुरुष से पाला क्यों पड़ा..?- रोनिता कुंडु : Samajik kahani

बेटा..! अगले महीने तेरी बुआ के यहां जाना है… रुचि की शादी जो है…और हमें कुछ अच्छा भी देना पड़ेगा… एक सोने का..? रोहित:   सोने का..? मां..! कहने से पहले घर की हालत भी देख लीजिए… अभी अभी पापा के इलाज में इतने रुपए खर्च हो गए… उन सब के कर्ज शुरु ही हुए … Read more

 घमंड तो रावण का भी नहीं चला था – सुषमा यादव

एक छोटे शहर में किरायेदारों के लिए दो, दो कमरों का मोहल्ला बसाया हुआ था। मकान मालिक बहुत अमीर थे, उन्होंने  कालोनी का नाम अपनी पत्नी के नाम से रखा था।रमा सदन। रमा जी बहुत ही कठोर, और कड़क मिजाज वाली घमंडी महिला थीं। उन्हें अपने तीन बेटों और दो बेटियों पर बहुत घमंड था। … Read more

वरदान – डॉ संगीता अग्रवाल : Short Stories In hindi

“मां!मां!” क्षितिज बहुत देर से आवाज़ लगा रहा था रुचि को। “आई बेटा! पल्लू से हाथ पोंछती वो आई,क्यों तूफान सिर पर उठा रखा है?”वो हंसती हुई बोली। “कल सुबह आप पानी मत पीना”,वो उसे समझाते हुए बोला। “क्यों भला? कल मेरा निर्जला उपवास है?” “अरे नहीं मां!कल पापा का ब्लड सैंपल लेने आएगा जो … Read more

संकीर्ण मानसिकता-हेमलता गुप्ता: short stories in hindi

    कहने को तो आज महिलाओं और पुरुषों की समानता की कितनी ही बातें की जाती है! पर क्या पुरुषों की संकीर्ण मानसिकता औरतों के प्रति बदल पाई है! सदियों से पुरुष महिलाओं पर अपना एकाधिकार समझता आया है ,और वर्तमान समय में भी बह इससे पूरी तरह मुक्त नहीं हो पाया है ! कुछ अपबादो … Read more

बड़े बोल – डा. मधु आंधीवाल

हलो कौन बोल रही हैं । हलो हांं मैं राधिका बोल रही हूँ सौम्या पहचाना नहीं । दीदी आपका नं नहीं था बताइये आज कैसे याद कर लिया। कुछ जरूरी काम था मै तुम्हारे शहर आई हूँ । तुमसे मिलना बहुत जरूरी था ।            डा. सौम्या एक जानी मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ थी । उनसे … Read more

पछतावा-शिव कुमारी शुक्ला: Short Story

कहते है कि रूप, योवन, पैसे एव॔ पद का कभी घमंड नहीं करना चाहिये क्योंकि ये चारों ही जीवन में क्षणिक साथी है। पता नही कब दगा दे जायें। किसी भी चीज पर गर्व करना सही है, किन्तु घमंड नहीं। यह इन्सान को ले डूब ता है । गर्व और घमंड के बीच सिर्फ एक … Read more

खोखले रिश्ते – डाॅ संजु झा

सामान्य परिवार की नीना की शादी बहुत  अमीर घराने में हुई। आम लड़कियों की तरह नीना का भी सपना था कि उसका पति खूबसूरत  और सुदर्शन व्यक्तित्व का हो,परन्तु साधारण कद-काठी और साँवले रंग के पति अनिल को पाकर उसके सपनों पर मानो तुषारापात हो गया। नीना के गोरे रंग काली घनी जुल्फें,छरहरी काया,बड़ी-बड़ी गहरी … Read more

दो पल का सुकुन – मीनाक्षी सिंह : Moral Stories in Hindi

मनु का सर सुबह से ही चकरा रहा था .. किसी काम में मन नहीं लग रहा था .. थोड़ा आराम करना चाहती थी मनु .. कमजोरी भी थी शरीर में.. अभी दो महीने पहले ही तो बिटिय़ां को जन्म दिया था उसने… हर औरत अच्छे से वाकिफ हैं बच्चा होने के बाद कुछ महीने … Read more

“हां शून्य है मेरे पापा” – ऋतु गुप्ता : Short Story in hindi

हां बस पापा, आप और मम्मी कल सुबह की ट्रेन से कॉलेज आ जाइएगा, आपकी और मम्मी की दोनों की टिकट मैंने करवा दी है, बस आपको अपने जरूरत का जरुरी सामान लेकर ही यहां आना है, बाकी किसी ज्यादा सामान की जरूरत नहीं है। देव ने अपने पापा आलोक से कहा तो आलोक ने … Read more

error: Content is protected !!