बीच वाला पन्ना – गीता वाधवानी : Short Stories in Hindi

आज फिर सुषमा जी कमरे में अपने पति के सामानों को फैला कर बैठी थी। पिछले 3 महीनों से, जबसे उसके पति सुमेश गुजरे थे उनका यही हाल था। हर बात में उनका जिक्र करना, पल-पल उन्हें याद करके रोते रहना, उनके सामानों को बार बार देखना, उन्हें स्पर्श करते हुए महसूस करना, यही उनकी … Read more

वो पुरुष है…. – संगीता त्रिपाठी : Moral stories in hindi

“बधाई हो, आपके घर नन्हा मेहमान आने वाला है “डॉ. की बात सुनते ही रूपा के चेहरे पर मुस्कान छा गई, पति अरुण के चेहरे पर चिंता की लकीरें देख रूपा ने मुँह बनाया,”पुरुष लोग भी कितने अजीब है, सिर्फ अपनी ही सोचते है ..बिसूरने दो…., मन के विचार झटक रूपा ने सबसे पहले अपनी … Read more

घमंड – पुष्पा पाण्डेय : Short Stories in Hindi

तारा बहू बनकर हबेली में आ गयी। उसे हबेली के तौर तरीके, नौकर- नौकरानियों को देखकर घबराहट होने लगी। बिन माँ की गरीब घर की बेटी, भाइयों ने एक दुहाजु से शादी कर अमीर घराने से रिश्ता जोड़ लिया। भरा-पूरा परिवार था। सौत की दो- दो बेटियाँ, सास- ससुर, ननद, जेठ-जेठानी, देवर सभी थे। जेठानी … Read more

कौन है अपना यहां? – डॉ संगीता अग्रवाल

“तुम ऐसे कैसे इल्जाम लगा सकते हो मुझपर विभु??”राधिका तड़प गई थी जब उसके पति ने उसपर सीधा आरोप लगाया था। वो एक पब्लिक स्कूल में साइंस टीचर के लिए इंटरव्यू दे कर आई थी,इंटरव्यू बहुत अच्छा हुआ था,बोर्ड उसकी परफॉर्मेंस से बहुत खुश था।दमकते चेहरे से वो बाहर आई जहां भावेश उसका पति उसका … Read more

हृदयहीन – कमलेश राणा

मम्मी आज कैसी सब्जी बनाई है आपने कितना ज्यादा नमक भर दिया है न बनाने का मन हो तो बता दिया करो हम होटल से मंगा लेंगे।  हाँ हाँ मंगा लो खुशी से और हाँ मेरे लिए भी मंगा लेना यह नहीं दिखता तुम्हें कि कितनी गर्मी में सुबह से किचन में खड़ी हो कर … Read more

 मर्द को भी दर्द होता है – अमित रत्ता

मनोज की आंखों में सूजन थी रंग लाल हो चुका था ऐसा लग रहा था मानो की वो  रो कर हटा हो और चेहरा उतरा हुआ था । मैंने उससे पूछा मनोज क्या हुआ सब ठीक तो है न? कोई परेशानी है तो बताओ? मनोज के गले से आवाज नही निकल पा रही थी उसने … Read more

पुरूष होने का इतना अहं … – रश्मि प्रकाश 

“ क्या बात है बहू देख रही हूँ तुम कब से इधर से उधर चहलक़दमी किए जा रही हो… कोई परेशानी है क्या?” सुनंदा जी ने बहू राशि से पूछा  “ हाँ माँ… वो कमली को लेकर थोड़ी परेशान हूँ… कुछ दिनों से वो बहुत परेशान लग रही थी जो पूछा तो सुन कर मेरा … Read more

स्टेपलर – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi

स्वाति बेटा देख ले एक बार मैंने सूटकेस और बैग में कौन सा समान कहाँ जमाया है.. हॉस्टल में दिक्कत नहीं होगी…सीमा ने अपनी बेटी स्वाति से कहा। स्वाति – देख लूँगी माँ.. इतनी हड़बड़ी क्या है.. अभी तो चार दिन है ना जाने में सीमा – अच्छा ठीक है.. लिस्ट ही दिखा.. देखूँ क्या … Read more

जागृत पुरुषत्व – बालेश्वर गुप्ता : Moral stories in hindi

  वैशाली मुझे लगता है मेरे हाथ ऊपर हवा में लहराते हुए से हैं और मैं अनंत गहराई में डूबता जा रहा हूँ।मैं क्या करू,वैशाली,मैं हार गया,मैं अपने से हार गया।      अभिषेक,क्यूँ हिम्मत हारते हो?एक रास्ता बंद होता है तो ईश्वर दूसरा रास्ता खोलता है, बस हमे उस रास्ते की खोज ही तो करनी है।मैं हूँ … Read more

अपने लिए : पूनम अरोड़ा : Moral in Hindi

आज सौम्या की जिन्दगी का यादगार दिन था , बरसों  से घुटते संजोए सपने को यथार्थ के धरातल की स्वर्णिम  आभा मिल रही थी ।कभी सोचा भी न था कि  खाली समय में  ऐसे ही मन के उद्गारों को कागज पर उकेरते उकेरते खेल खेल में  एक दिन पत्रिका में  प्रकाशित होने भेज दिया था … Read more

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