“बातों ही बातों में” – ऋतु गुप्ता : Short Moral Stories in Hindi

Short Moral Stories in Hindi अले अले बाबा ! ये आप अभी क्या कर रहे हो,देखो आपके कपड़ों पर कितने दाग लग गये है,आपके सारे कपड़े गन्दे हो गये है,पर आप ये जूठी जामुन की गुठली मिट्टीं में क्यूं दबा रहे हो, नन्हे से चुन्नू ने अपनी तोतली जुबान में अपने बाबा से जब ये … Read more

चरित्रहीन – हेमलता गुप्ता : Short Moral Stories in Hindi

आ गई .. बेहया.. घर का नाम डूबा के? हे राम.. इस जन्म में भी यह सब देखना बाकी रह गया था क्या? ऐसे दिन दिखाने से पहले मुझे उठा लेता भगवान!… ऐसी चरित्रहीन बहू पल्ले बांध दिए कि ना उगलते बन रहा है ना निगलते बन रहा है! मेरी तो किस्मत ही खराब है!! … Read more

दाग – उमा वर्मा : Short Moral Stories in Hindi

सीमा स्कूल से आकर चुप चाप अपने कमरे में बन्द हो गई ।” सीमा, दरवाजा खोल बेटा, खाना तो खा ले” माँ ने पुकारा तो भी वह कमरे में बन्द ही रही।माँ ने सोचा थक गयी होगी, थोड़ी देर में आराम कर लेगी तो खुद ही खा लेगी। लेकिन जब शाम तक वह कमरे से … Read more

दाग अच्छे हैं – स्नेह ज्योति : Moral stories in hindi

रणजीत जी मेहूल कुर्सी ढंग से लगाना और खाने का इंतज़ाम अच्छे से करना । अपनी बीवी को बोलना जरा अपने ग़ुस्से पे पकड़ बना के रखे । बहुत समय बाद मेरी बेटी के लिए कोई रिश्ता आया है । ख़ाना पीना सब अच्छे से होना चाहिए । सुनो जी ! बाबू जी तो ऐसे … Read more

हंसते ज़ख्म – शिप्पी नारंग : Short Stories in Hindi

 गर्मी के मारे गला सूख रहा था इधर उधर नजर दौड़ाई तो एक रेस्टोरेंट नजर आया और मैं लपक कर घुसी और एक जगह खाली पाकर बैठ गई और फिर याद आया सुबह से कुछ खाया नहीं है तो एक नींबू पानी और सैंडविच का ऑर्डर देकर अपना मोबाइल चेक करने लगी तभी एक खुशबू … Read more

गूंगी मां – शुभ्रा बैनर्जी : Short Stories in Hindi

राधा गरीब मां-बाप की बेटी थी और गरीब घर में ही ब्याही गई।पति रमेश पढ़ाई नहीं कर पाए थे,पिता को लकवा मार देने के कारण।राधा शादी से पहले साड़ी के शोरूम में नौकरी करती थी।एक रिश्तेदार की शादी में सास ने उसे पसंद कर लिया था अपने बेटे के लिए। रमेश तब हैदराबाद में किसी … Read more

Short Moral Story In Hindi

“खजाना” :  Short Hindi Story with Moral रामदीन आज सवेरे सवेरे ही अपना रिक्शा लेकर निकल गया था, आज उसने ठान लिया था की शाम तक थोड़े अधिक रुपए लेकर ही जायेगा चाहे उसके लिए जी तोड़ मेहनत ही क्यों ना करनी पड़े…गर्मी भी अपनी चरम पर है, गेहूं कटाई के बाद अनाज गोदामों में … Read more

दोस्ती पर दाग !! – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

शशि इस बार दो साल बाद मायके आई थी टैक्सी से उतरते समय अनायास उसकी निगाह सामने वाले घर की तरफ चली गई सामने एक सुंदर लड़की बालकनी मैं चाय पी रही थी शशि के चेहरे पर उदासी की लकीरें आ गई और नम आंखों से वो घर आ गई मां से पता चला की … Read more

ये दाग अच्छे हैं…. – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

“ माँ माँ जल्दी से यहाँ आओ … ये देखो क्या हो गया है ?” आठ साल की कुहू सुबह अपने बिस्तर की ओर इशारा करती हुई अपनी माँ से बोली  पोती की आवाज़ सुन सुनयना जी भी कमरे में आ गई…. “ कुछ नहीं हुआ बेटा… ये दाग अच्छे हैं बस ज़रा थोड़ा रूक … Read more

निर्मोही – नमिता अनुराग : Moral stories in hindi

काम करते-करते मैं बड़बड़ाती जा रही थी, ‘इस लड़के से कुछ कहना ही बेकार है। ज़रा से काम के लिए कितनी बातें सुनाता है। बिलकुल ऐसे बात करता है जैसे मुझसे भी बड़ा हो। सही बात है, इसे बिलकुल मोह नहीं है किसी से।’ छोड़ो, मैं भी किसके पीछे पड़ी हूँ । आने दो तानी … Read more

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