दिखावे के बादल – डॉ संगीता गाँधी
“पापा,जब उन लोगों की कोई डिमांड नहीं तो आप क्यों ये सब दे रहे हैं?”“यदि डिमांड होती भी तो भी दहेज देना भी अपराध है।”पिता को दहेज जुटाते देख विनीत ने आश्चर्य से कहा।“बेटा, समाज व उसके कुछ नियम भी होते हैं।समधी जी ने कुछ भले न मांगा, तो क्या मैं अपनी इकलौती बेटी को … Read more