पराँठे रहने दीजिए …. – रश्मि प्रकाश
“ निशिता मेरे कपड़े प्रेस वाले के पास से आ गए हैं क्या….नहीं आए है तो प्लीज़ फोन कर के मँगवा लेना दो दिन बाद एक मीटिंग केसिलसिले में राँची जाना है ।” रितेश ऑफिस के लिए तैयार होते हुए बोला “ हाँ मँगवा लूँगी… बता दोगे तो पैकिंग भी कर दूँगी नहीं तो खुद … Read more