पछतावा – के कामेश्वरी | family drama story

रमा ने अपने कमरे में जाकर जोर से दरवाज़ा बंद कर लिया और रोने लगी थी । माँ भगवती पीछे पीछे आई और कहा क्या बात है रमा ऐसा क्यों कर रही है? रमा— “ आपको नहीं मालूम है क्या मैं ऐसा क्यों कर रही हूँ?” भगवती— क्या हो गया है ? लडका अच्छा है … Read more

बारात – मंजू तिवारी

जब बच्चा जन्म लेता है चाहे वह बेटी के रूप में हो या बेटे के रूप में उसी दिन से अगर बेटी है तो एक पिता अपनी बेटी के लिए धन जोड़ने लगता है उसे बेटी की बारात की बड़ी फिक्र रहती है कई सालों तक वह उसके अच्छे से विवाह संपन्न होने के लिए … Read more

 पछतावा – पूजा मिश्रा

आज फोन पर बात करते हुए आन्या ने कहा _ममा मेरी दोस्त जरीना बड़ी अच्छी है दिन में चार बार नवाज़ अदा करती है।शी इज वेरी रिलीज़यस ,मुझे कोई पूजा नहीं आती है सो आई फील वेरी इसमाल ममा “ बेटा आप सुबह देर से उठती थी मेरी पूजा की घंटी भी तुम्हें डिस्टर्ब करती … Read more

 पछतावा –  अविनाश स आठल्ये – Very Emotional Story In Hindi

अरे यह क्या,  दास बाबू “असिस्टेंट फार्मेसी ऑफिसर” बन गये…. गिरीश सर कहाँ गये? अमित ने वहाँ खड़े चपरासी से पूछा.. गिरीश सर ने कोटा में ट्रांसफर ले लिया है, अभी 10 दिन पहले ही दास बाबू को प्रमोशन होने के बाद यह पोस्ट मिली है। कोई नहीं,  उनको मेरा यह कार्ड देकर कहना अमित … Read more

अपना अपना पश्चाताप – बालेश्वर गुप्ता

 क्यूँ, आशीष क्या तुम लोगो को अपने कामकाज के सामने अपने बाप को सुकून से मर सके,ऐसी स्थिति रखने जैसी हैसियत भी नही थी? अरे बिशन बाबू नगर की शान हुआ करते थे,ऐसे चले जायेंगे,सोचा नही था।ठीक ही हुआ चले गये,अब सब चैन से रहेंगे।      आप क्या कह रहे हैं, अंकल, बाबूजी के लिये हम … Read more

अपनी अपनी आदत है..! – लतिका श्रीवास्तव

….. प्रफुल्ल जी अभी नए ही हैं इस ऑफिस में और कितनी कुशलता से सारा कार्य बखूबी समझ भी गए और ये प्रोजेक्ट जो एक महीने में पूर्ण होने वाला था उनकी अनवरत लगन और क्षमता से महज पंद्रह दिनों में पूर्ण कर लिया गया है हमें गर्व है उनकी काबिलियत पर …आज का ये … Read more

डरावना मंजर –  माधुरी राठौर

आज जो कहानी मैं आप लोगों से बताने जा रही हूं, उसे सुनकर आप लोग भी आश्चर्यचकित और अचंभित हो जाएंगे! बहुत पुरानी घटना है यह,जब मैं छोटी थी तो यह घटना मेरे ही पड़ोस में घटित हुई थी उन दिनों चारों तरफ सिर्फ लोग भूत-प्रेत जीन चुड़ैल की ही बातों में अपना सारा समय … Read more

पछतावा – पिंकी सिंघल

नीति और निहाल पहली बार माता पिता बनने की खबर पता चलते ही बहुत ही उत्साहित थे और अपने मन में अपने अजन्मे बच्चे की तस्वीर को सजाने लगे थे ।बच्चे के जन्म के बाद वे उसका क्या नाम रखेंगे ,उसे कौन से स्कूल में पढाएंगे ,बड़ा होकर उसे क्या बनाएंगे इत्यादि इत्यादि सोच कर … Read more

बेटी की विदाई नहीं कर पाने का पछतावा – सुषमा यादव

,, मैं अपने पिता जी और श्वसुर जी के साथ अपने कार्य स्थल मध्य प्रदेश के एक शहर में रहती थी। मेरी बड़ी बेटी की शादी होने वाली थी। वो विदेश में नौकरी कर रही थी इसलिए ये निश्चित हुआ कि दिल्ली में ही शादी हो।देश विदेश से सभी लोग फ्लाइट से आयेंगे और इंडिया … Read more

मृगतृष्णा – आरती झा”आद्या”

सुहानी शाम की बयार बह रही थी और माँ का रक्तचाप और मधुमेह नियन्त्रित रहे, इसलिए सुहानी पिता को घर पर चाय बना कर देकर माँ के साथ घर के बगल वाले पार्क में टहलने जाती थी। टहलने के बाद माँ के साथ वही बेंच पर बैठ गई और पड़ोस की एक बुजुर्ग महिला के … Read more

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