बेटियॉं बोझ नहीं होती – गणेश पुरोहित
“दोनो की विचारों की श्रृंखला यकायक टूटी, क्योंकि एयर हॉस्टेट उनकी सीट के समीप ट्राली ले कर आई थी और टी-कॉफी सर्व करते हुए आवाज़ लगा रही थी।“ टू कप टी प्लीज !” नीरा ने एयर हॉस्टेट की और देखते हुए आर्ड़र दिया। “क्या सोच रहे थे, शिखर..?”…नीरा ने चाय की चुस्की भरते हुए प्रश्न … Read more