संघर्ष – बेला पुनिवाला

एक औरत का पूरा जीवन संघर्ष ही तो है, अपने जीवन में कई उतर-चढाव वो चुप रह के सह जाती है, ऐसा ही कुछ मेरी कहानी की लक्ष्मी और उसकी माँ के साथ हुआ था।        लक्ष्मी अपने माँ-बाप की बड़ी लड़की थी, लक्ष्मी के जन्म से घर में सब खुश तो थे, मगर मन ही … Read more

जीवन भर संघर्ष – गीता वाधवानी 

मैं आज आपको एक ऐसी महिला की कहानी सुनाने जा रही हूं जिसका पूरा जीवन संघर्ष में ही बीता। रंग गोरा, कद छोटा, चेहरे पर हर समय मुस्कुराहट और काम करने में नंबर वन। कोई भी काम कह दो करने के लिए तुरंत तैयार हो जाती। नाम देवी। पैदा होते ही मां को खा गई, … Read more

बड़ी जिज्जी – डा.मधु आंधीवाल

बड़ी जिज्जी ४.११” लम्बाई पीठ पर छोट सा कूबड़ था पर बाल तो भगवान ने थोक में देदिये थे । यही उनकी सुन्दरता थी । हम लोगों  का भरा पूरा परिवार था । सम्मिलित परिवार बहुत सारे भाई बहन थे। जिज्जी सबसे बड़ी थी ,अपने मां बाप की बहुत लाड़ली और हम सब बच्चों को … Read more

एहसास – बेला पुनिवाला : Moral stories in hindi

डॉली ने अपने पापा को फ़ोन लगाया, डॉली के पापा सामने से कुछ कह पाते, उस से पहले ही डॉली ने बात करना शुरू कर दिया,” हेलो, पापा ! कल आपको मेरे कॉलेज के कन्वोकेशन सेरेमनी में आना ही है, चाहे कुछ भी हो जाए। “      डॉली के पापा यानी मैंने कहा, कि ” मैं … Read more

दूसरी पारी का वह पहला दिन – नरेश वर्मा 

सोचा था कि आज देर से सोकर उठूँगा क्योंकि यह एक बंधन मुक्त सुबह होगी ।किंतु शरीर जो इतने वर्षों से चली आ रही दिनचर्या का अभ्यस्त रहा था उसने नियत समय सुबह के साढ़े पाँच बजे आँखें खोल दीं।अब शरीर का भी क्या दोष ,उस बेचारे को तो नहीं पता था कि इस सुबह … Read more

बोझ – रश्मि प्रकाश 

आज मनोहर लाल जी बहुत खुश थे … आखिर बहुत दिनों बाद उनका फ़ौजी बेटा चंदन घर जो आने वाला था।  गांव में उनका अपना छोटा सा घर था…हंसमुख पत्नी अब हमेशा बीमार रहने लगी थी क्योंकि चंदन उनका  इकलौता बेटा बहुत मन्नतों के बाद हुआ था … और उसके फ़ौज में चले जाने की … Read more

“मीठी मां” – कविता भड़ाना

“साचा तेरा नाम, तेरा नाम तूहि बनाए बिगड़े काम “ राम नाम के सुंदर भजन की मधुर लहरियां सुबह सुबह जैसे ही हवा में बही, पूरा वातावरण बेहद खुशनुमा और दिव्यता से ओत प्रोत हो गया… मधुर गीत में डूबे लोग प्रभु की भक्ति में लीन हो गए…महाआरती के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया और … Read more

” धोखा तो था लेकिन… “ – डॉ. सुनील शर्मा

सीमा और राकेश की शादी को अभी दो सप्ताह ही हुए थे. विवाह परिवारों तथा एक जानने वाले के द्वारा हुआ था. राकेश किसी कम्पनी में वरिष्ठ अधिकारी के पद पर था. सीमा ने तो एम बी ए करके अभी ज्वाइन ही किया था. देखने में राकेश काफी हैंडसम था. सीमा से पहली मुलाकात एक … Read more

गंगा के संघर्ष का सुख – शुभ्रा बैनर्जी

आज हमारी कॉलोनी में महिला दिवस के उपलक्ष्य में एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया था।पिछले पच्चीस सालों से शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी होने के कारण मैं भी आमंत्रित थी।मुख्य अतिथि के साथ मुझे भी मंच पर बैठाया गया था। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई।महिलाओं के सशक्तीकरण पर कविताएं और भाषण प्रस्तुत … Read more

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