परिवार का हर सदस्य एक कड़ी जैसा होता है। – सविता गोयल
देखो दीदी, आप रोज रोज माँ जी के धोने के कपड़े मेरी तरफ मत सरकाया करो। मेरे तो पहले ही बहुत से कपड़े हो जाते हैं… नन्नू हीं दिन में तीन- चार जोड़ी कपड़े गंदे कर लेता है। और ये कचरा भी आप अपने कमरे से निकालकर मेरे कमरे के सामने फैला देती हैं। रीना … Read more