सन्तुष्ट मन – नंदिनी 

काव्या की शादी एक भरे पूरे परिवार में हुई वक्त कहाँ निकल जाता पता ही नहीं चलता ।चुलबुली सी सबका मन जीतने वाली । ज्यादा ख्वाहिशें थीं नहीं, पढ़ाई में अच्छी थी पर क़भी जॉब या किसी प्रोफेशन में जाने का सोचा नहीं घेरलू कार्य में ज्यादा रुचि रही ओर पढ़ाई पूरी होते ही अच्छा … Read more

एक ऐसा रिश्ता – मधु झा

जो तुमने किया ,वो तुम थे,जो मैंने किया ,वो मैं थी,, जो तुम कर रहे ,वो तुम हो , जो मैं कर रही ,वो मैं हूँ,, जो तुम करोगे ,वो तुम होगे, जो मैं करूँगी,वो मैं रहूँगी,, और इस मैं और तुम में बहुत अंतर था,,और रहेगा भी,, अफ़सोस कि मैं और तुम कभी हम … Read more

क्या भाग्य है !! – भगवती सक्सेना गौड़

रीमा अपनी सबसे प्यारी करीबी सखी करुणा की बहू अमिता से हर हफ्ते एक बार फ़ोन पर बात कर ही लेती थी। एक दुर्घटना में करुणा बुरी तरह घायल हो गयी थी,  दो वर्ष से बिस्तर पर ही थी, और उनका सारा काम उनका बेटा श्रवण और बहू अमिता ही करते थे। आज के युग … Read more

ऐसी औलाद भगवान किसी को ना दे – मीनाक्षी सिंह 

विनय – माँ ,कहाँ हो आप ??  सीमा जी (विनय की माँ ) – बोल विनय ,क्या हुआ इतनी जोर से आवाज क्यूँ लगा रहा हैँ ,बहरी नहीं हूँ मैं ! खाना बना रही थी !  विनय – माँ ,कोर्ट से नोटिस आया हैँ ! आपको कल जाना हैँ !  सीमा जी -किस बात का … Read more

कल आज और कल” – कविता भड़ाना

“एक सवाल हमेशा मेरे मन में रहा है,क्या हमारे ये वरिष्ठ नागरिक अर्थात् हमारे बड़े बुजुर्ग, सदा सही कार्य ही करते है?… जिंदगी के खट्टे मिट्ठे, गम के पल, खुशी के पल, इतने अनुभवों के होने के बाद भी क्यों ये कभी कभी अनुभवहीन जैसा बर्ताव करते है। जीवन के आखिरी मोड़ पर आकर, जहां … Read more

संतान तो संतान होती है” – ऋतु गुप्ता

कनक ने अपनी 6 माह की बेटी मिट्ठू को नहला कर दूध पिला कर तैयार कर दिया है,आज अहोई माता के व्रत का दिन है।उसकी दोनों जेठानियां पारुल और पायल अहोई माता का व्रत रखती आई है, क्योंकि उन दोनों के पास ही दो – दो बेटे है। कनक भी  अहोई माता का व्रत अपनी … Read more

 लिव इन रिलेशन – बालेश्वर गुप्ता

  बेटा साल भर हो गया है तुझे देखे,तुझे प्यार किये।बस मुझसे अब नही रुका जा रहा है, मैं अगले सप्ताह ही बंगलोर आ रहा हूँ, कुछ दिन वहीं रहूँगा,अपनी गुड़िया के पास।           नही,नहीं पापा अभी नही अभी ऑफिस में बहुत काम है, आप आ गये तो मैं समय नही दे पाऊंगी। पापा दो महीने बाद … Read more

आजकल की औलाद – अनीता चेची

15 वर्षीय अभिषेक बहुत दिनों से बेचेन था। अपने मन की बात किससे कहें,  यही सोच कर वह   परेशान था। अपने मन की बात माॅं को कहे या ना कहे पता नहीं   माॅं क्या सोचेगी? पिताजी तो वैसे ही बहुत सख्त स्वभाव के हैं उनके सामने कुछ भी कहना खतरे से खाली नहीं। … Read more

वो मासूम सी लड़की…… –  शाजिया

दीदी मेरी बच्ची को बहुत भुख लगी है कुछ खाने को दे दो न प्लीज! मैंने सामने देखा तो एक 25 26 साल की लड़की जिसके साथ एक 6,7साल की बच्ची थी साफ सुथरा और अच्छे कपड़ों में! मुझे आश्चर्य हुआ पर दिमाग में आया कि हो सकता है कोई मजबूरी हो।  उसने धीरे से … Read more

बचपना – के कामेश्वरी 

राधिका स्कूल में टीचर थी । उसके पति बैंक में नौकरी करते थे । उनके दो बच्चे थे लड़की अवनी लड़का हिमाँशु दोनों भी स्कूल में ही पढ़ रहे थे । अवनी का इस साल दसवीं बोर्ड की परीक्षा थी । राधिका बहुत ही मेहनती है । पति नमन का टूरिंग जॉब था इसलिए राधिका … Read more

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