पुत्र-प्रेम –  मधु झा

विजय प्रताप एक बहुत ही सुलझे हुए, पढे-लिखे, समझदार व रसूखदार इंसान थे,,।उनका रौब ही नहीं उनकी नेकी भी दूर-दूर तक प्रसिद्ध थी,,।वे नियम व उसूलों के जितने पक्के थे, उतना ही सभी के मददगार भी,,। बस एक बात की कमी थी कि इतने खुले हृदय के होते हुए भी,,शादी-ब्याह के मामले में रूढ़िवादी थे … Read more

इज्जत – डाॅ संजु झा

सरोज एक संपन्न परिवार  की खुबसूरत लड़की है।नाम के अनुरूप ही उसका चेहरा सदा खिला-खिला रहता।माता-पिता संपन्न थे,परन्तु गाँव में रहते थे।दसवीं की परीक्षा अच्छे से नंंबरों से उत्तीर्ण होने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए सरोज शहर आ जाती है।काॅलेज के हाॅस्टल में रहती है।गाँव से शहर आने के साथ ही उसके सपने … Read more

कैद तोता – मंजू तिवारी

  बच्चे तोता चिड़िया छोटे पिल्लो के साथ खेलने के लिए इनको पालने के लिए क्या-क्या नहीं करते हैं।,,,,,,, नन्ही सी तनु ने भी कहीं से सुन रहा था कि तोता  हम इंसानों की तरह बात करता है। फिल्मों में तो देखा था लेकिन हकीकत में कभी उसने बात करते हुए तोते को नहीं देखा था,,,,,,  … Read more

हाय रे इज्जत..! – रोनिता कुंडु

ससुराल छोड़ कर आई है… अपने साथ-साथ पूरे खानदान की इज्जत को मिट्टी में मिला दिया इसने… इसलिए कहती थी… मत पढ़ा इसे इतना, पर मेरी बात तो इस घर में सबको ज़हर लगती है… अब भुगतो..! शांति जी ने अपने पूरे परिवार के सामने कहा… शांति जी के परिवार में, उनके पति नरेंद्र जी, … Read more

घर की इज्जत – नंदिनी 

सरला बड़ी सरल ह्रदय महिला थी स्कूल में पढ़ाती थी , पति की किराने की दुकान थी ,दो बच्चे एक बड़ा बेटा राजीव एक बेटी रोशनी ,उसने अपने बच्चों को ,घर गृहस्थी को अच्छे से संभाला हुआ था ,उसके पति भी नरम मिजाज के व्यक्ति थे।बच्चे भी समझदार थे बेटा थोड़ा तेज स्वभाव का तुनक … Read more

दोस्ती  – डॉ रश्मि सक्सेना

 सुगंध को आज मॉल में कुछ जाना पहचाना सा चेहरा दिखा जिसे देखकर कर सुगंध बेचैन हो गई वो जब तक उसके पास पहुंचती वो जा चुकी थी। सुगंध को वो पुराने दिन याद आ गए जब वो और रेखा बहुत ही अच्छी दोस्त थीं।पूरे मोहल्ले में उनकी जोड़ी मशहूर थी, सुगंध कहां मिलेगी?रेखा के … Read more

इज्जत की बेड़ी। – रश्मि सिंह

प्रणव-आप सभी को सुप्रभात। आज हिन्दी सम्मेलन में आप सभी का स्वागत है। आपका विषय है-#इज़्ज़त। इस विषय पर लिखने के लिए आपके पास तीन घंटे का समय है।  गरिमा विषय का नाम सुनते ही अतीत में पहुँच जाती है। माँ ने शादी के दिन समझाया था-जवानी से लेकर अब तक तुमने हमारा मान सम्मान, … Read more

लता – कमलेश राणा

बड़े अरमानों से रक्खा है बलम तेरी कसम प्यार की दुनियां में ये पहला कदम।  कमोबेश हर लड़की जब ससुराल में अपने पति के साथ गांठ जोड़कर महावर भरे पैरों से प्रवेश करती है तो उसके दिल और दिमाग में यही विचार चल रहे होते हैं चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या प्रांत की … Read more

“चरण स्पर्श” – ऋतु गुप्ता

दरवाजे पर शहनाई बज रही थी, कल्पना जी फूलों से नई बहू की अगवानी (स्वागत)कर रही है, वो सबसे पहले अपनी नई बहू सपना को दादी सास के पास ले जाती हैं, जैसे ही न‌ई बहू सपना ने दादी सास के चरण स्पर्श किए, दादी जी ने आशीर्वाद के साथ साथ नसीहत और सलाहों की … Read more

एक गलत फैसला – गीता वाधवानी

आज मैं आपको एक कहानी सुनाती हूं। शायद यह कहानी सुनकर कोई और लड़की मेरी गलती से सबक ले सकें। जी क्या कहा आपने, मैं कौन हूं? आप मुझे नहीं जानते।  हां सही कहा आपने, कैसे जानेंगे मुझे। मैं कोई मशहूर हस्ती या सेलिब्रिटी तो हूं नहीं। मैं हूं एक आम लड़की, नाम टीशा।  एक … Read more

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