शून्य सी होती ज़िंदगी – गीतू महाजन
संदीप कमरे में बैठा शून्य में देख रहा था।ना जाने कितने घंटों से वो इसी अवस्था में बैठा हुआ था।अभी कुछ घंटे पहले ही तो वह अपनी पत्नी शिवानी की का अंतिम संस्कार कर के आया था।उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि तकदीर उसके साथ ऐसा मज़ाक करेगी।हां.. मज़ाक ही तो लग … Read more