वक्त किसी का एक सा नहीं रहता… – श्रद्धा खरे
“आज मां ने सुबह फोन पर बताया कि चाची जी नहीं रही। मेरा मन बहुत बेचैन हो उठा और चाची जी के साथ बिताए बचपन से शादी तक की सभी यादें ताजा होने लगी।और उनके हाथ के बने लड्डू मठरी का स्वाद मुंह में आने लगा। निसंतान चाची जी जब भी कुछ बनाती मोहल्ले भर … Read more