उम्र हो गई तो क्या… हूं तो सुहागन ही ना!! – सविता गोयल
” बड़ी बहू, वो … देखो ना मेरी ये लाल साड़ी यहाँ से फट गई है… रंग भी बदरंग सा हो गया है…. हर बार होली पर लाल साड़ी ही पहनती हूँ ना… और कोई दूसरी लाल साड़ी भी नहीं है … इस बार हाट जाओ तो…. मेरे लिए भी एक लाल साड़ी ला देना।” … Read more