प्रेम न जाने जात पात भूख न जाने खिचड़ी भात – के कामेश्वरी 

 प्रणव और शिप्रा प्रेम की अनोखी मिसाल थे । दोनों एक साल से एक-दूसरे से प्यार करते थे ।फ़ोनपर घंटों बातें भी करते थे पर अनोखी बात तो यह थी कि दोनों ने एक दूसरे को अभी तक नहीं देखा था।है न दोनों अनोखे !!!!प्रणव हैदराबाद में रहता था और शिप्रा चेन्नई में ।  दरअसल … Read more

बीते हुये लम्हें – डा. मधु आंधीवाल

दामिनी पार्क  की बैंच पर आज इन नवयुवक युवतियों की टोलियों को देख रही थी । उनकी बातों से पता लगा कि आज ” रोज डे ” है। ये सब नये जमाने की पाश्चात्य संस्कृति में रंगी पीढ़ी है। दामिनी सोच रही थी। क्या हम  कभी जीवन की इस आयु से नहीं गुजरे । प्यार … Read more

अमरता का वरदान – पुष्पा पाण्डेय 

काॅलेज में गये अभी एक माह भी नहीं हुआ था कि खुशबू की जिन्दगी बदल गयी। अन्तर्मुखी  स्वभाव की खुशबू को अपनी पढ़ाई और माँ के कामों में हाथ बटाँने के सिवा किसी और उपकर्म में कोई रुचि नहीं थी। एक महीने में इतना बड़ा परिवर्तन…… बाल- सज्जा के नये-नये तरीके…आकर्षित और मर्यादित पहनावा…न जाने … Read more

एहसासों की तुरपाई – कमलेश राणा

ओहो.. आज फिर देर हो गई चाहे जितना जल्दी जल्दी काम करूँ फिर भी घड़ी की सुई से हार ही जाती हूँ। ऑफिस पहुँचते ही सबकी नजरें ऐसे देखती हैं मानो कोई चोरी पकड़ ली हो… निधि लगभग दौड़ती हुई बस स्टैंड की ओर जा रही थी और साथ ही मन ही मन बड़बड़ा भी … Read more

लव मैरिज का भूत… –  सविता गोयल 

” हाय… देख न सोनिया , कितना हैंडसम लड़का है । काश ये मेरा ब्वाॅयफैंड होता ।,, माॅल के सामने बाईक लेकर खड़े एक हैंडसम लड़के को देखकर नुपुर के पेट में तितलियां उड़ने लगीं । ”   चुप कर पागल, तूं इस तरह उसे घूरेगी तो वो क्या सोचेगा । पता नहीं तुझे ये … Read more

घाटी की कहानी  – कृष्णा विवेक

अमावस्या की रात थी विपुल अपनी ही कार से हिमाचल किसी बिजनेस के सिलसिले में गया था। घाटी की यातायात संसाधन से तो सभी वाकिफ हैं कौन जाने कब क्या हो जाए,  ऊपर से समय पर वाहन मिलना भी मुश्किल है इसी के चलते विपुल ने अपनी अपनी कार मैं जाना सेफ समझा ।  कहा … Read more

गुलाबी फिजाएं  – गीता वाधवानी 

दूर से तेज कदमों से चलकर आते हुए मुख्य वन संरक्षक (सीनियर फॉरेस्ट ऑफिसर) ने कुर्सी पर बैठे हुए एक अन्य कर्मचारी से पूछा-“क्यों रघु वह मैडम आ गई क्या, जो वन मंडलाधिकारी की पोस्ट पर आने वाली थी, क्या नाम है उनका?”  कर्मचारी रघु-“नमस्ते सर जी, आ गई है आपके कार्यालय में बैठी हैं, … Read more

1983 एक प्रेम कहानी ( हास्य रचना)-पायल माहेश्वरी

रूद्र बाबू व गौरी जैसे एक-दूजे के लिए बने थे आज इनकी शादी को चालीस साल बीत गए थे और दोनों ने एक खुशहाल विवाहित जीवन का लम्बा सफर तय कर लिया था। आज वर्ष 2023 चल रहा हैं और रूद्र बाबू व गौरी का प्रेम विवाह आज से चालीस साल पहले साल 1983 में … Read more

रोज डे  – मीनाक्षी सिंह

वरुण अपनी पत्नी बच्चों के साथ सो रहा था ! पत्नी करवट बदल दूसरी तरफ सो रही थी! तभी वरुण के फ़ोन पर मेसेज आया ! वरुण ने फ़ोन देखा ! फेसबुक पर एक रिक्वेस्ट थी और एक मेसेज ! लिखा था – हैप्पी रोज डे वरुण ! वरुण ने रिक्वेस्ट असेप्ट की ! वो … Read more

हां यही प्यार है…… – सुधा जैन

लिखने के पहले ही चेहरे पर मुस्कान आ गई ,और पुरानी कई  मधुर स्मृतियां यादों में तैर गई।  यह 36 वर्ष पुरानी बात है। जब मैं 20 वर्ष की थी। M.A.. फाइनल में थी ।सरकारी स्कूल में शिक्षिका 18 वर्ष की उम्र में ही बन गई ।मैं और मेरी चचेरी बहन उषा, हम दोनों बहनों … Read more

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