ये उन दिनों की बात है – लता उप्रेती

रितु के पिता जल निगम में थे और अभी-अभी उनका तबादला इस शहर में हुआ था, कुछ ही दिन हुए थे उन्हें इस कॉलोनी में आए हुए और बहुत जल्द वे लोग सबसे  घुल मिल गए थे , नजदीक के ही एक स्कूल में रितु व उसके भाई का एडमिशन उसके पापा ने करवा दिया … Read more

प्यार “एक एहसास” – कविता भड़ाना

“सुमन आज बहुत खुश थी क्योंकि आज “सुमित” अपनी बहन के घर दो दिनों के लिए आ रहा था और ये बात सुमन को उसकी चाची की बहु यानी सुमित की बहन राधा ने बताई थी… संयुक्त परिवार में रहने वाली सुमन के पिता चार भाई है और सभी एक साथ बहुत बड़े हवेलीनुमा घर … Read more

रक्षा सूत्र – सुधा शर्मा

‘कुछ रिश्ते सिर्फ़ चाहतों के रिश्ते होते हैं  , रूह में बसे रूहानी रिश्ते होते है , दिल के रिश्ते होते है।            ऐसा ही तो रिश्ता था सुमि और समीर का। न राह एक , न मंजिल , समीर की अपनी जिम्मेदारियां और सुमि की अपनी तन्हा जिंदगी । बस शब्दों और स्वरों का रिश्ता … Read more

सौतेली माँ – ममता गुप्ता

आज राहुल की पत्नी को मरे हुए पांच साल हो गए थे… राहुल की पत्नी आरती का एक कार एक्सीडेंट के दौरान मौत हो गई थी…।आरती ने अंतिम सांस लेते वक्त राहुल से कहा था कि” हमारे बेटे (शुभम) को आप माँ औऱ बाप का दोनो का प्यार देना…।उसको हमेशा अपने साथ रखना..कभी दूर मत … Read more

 मुझे कहना नही आता –  बालेश्वर गुप्ता

      परेशान सा रवि कभी अपनी किताब को देखता तो कभी दरवाजे को।उसे समझ ही नही आ रहा था कि रश्मि आज कॉलेज क्यूँ नही आयी?         यूँ तो रवि और रश्मि की एक ही क्लास में होते हुए भी कभी एक दूसरे से बात ही नही हुई थी,वो तो रवि ही क्लास रूम में अपनी सीट … Read more

प्रेम – कल्पना मिश्रा

कुछ दिनों से मैं गौर कर रहा था कि बेहद ख़ुशमिज़ाज और बात बात में चहकने वाली मेरी  पत्नी अंजू ऑपरेशन के बाद उदास सी रहती है।मैं उसके पास बैठने की,बात करने की कोशिश करता तो वह काम का बहाना बनाकर तुरंत उठकर चल देती। रात में भी मुझसे अलग सोने की कोशिश करती। आज … Read more

मै रहूं या ना रहूं( एक  प्रेम कहानी) – सपना शर्मा काव्या

कुछ घटनाएं हमारी ज़िंदगी में ऐसी हो जाती है जिन पर विश्वास करना मुश्किल होता है। लेकिन वो कहते है भगवान है तो सब कुछ मुमकिन है। हां अगर ये घटना मेरे साथ ना हुई तो शायद मेरा भी यकीन करना मुश्किल ही होता । मै रोज की तरह आज भी लास्ट में अपनी फ्लाइट … Read more

प्रपोज डे  – मीनाक्षी सिंह

कुनाल दौड़ता हुआ आया ,दादू ये लो फूल ! हैप्पी प्रपोज डे दादू ! आई लव यू ! महावीर जी (कुनाल के दादू ) – ये क्या कर रहा हैँ तू  ,मुझे फूल क्यूँ दे रहा हैँ ! लड़खड़ाती हुई आवाज में ! कुनाल – अरे दादू आप भी ना कुछ भी नहीं जानते ! … Read more

वो पुराना गुलाब – गुरविंदर टूटेजा

  आदि व अवनी मम्मी-पापा के साथ बैठें बातें कर रहें थे…अवनी ने बोला कि…क्या करना हैं फिर आपकी पच्चीसवीं सालगिरह आ रही हैं मेरे पास एक आईडिया है कि…गोवा जा सकतें हैं…!!!! आदि ने कहा या छोटा सा फैमली फंक्शन रख सकतें हैं…?? नीरजा ने कहा कि मेरे हिसाब से तो हम चारों गोवा चलतें … Read more

मम्मीजी पापाजी का “लड़ाई वाला लव” – मीनू झा 

भाभी…लगता है रात फिर कहा सुनी हुई है मम्मी जी और पापाजी में…सुबह सुबह पापाजी कहीं निकल गए हैं और मम्मीजी मुंह फुलाए बैठी हैं बालकनी में–छोटी बहू स्निग्धा बड़ी बहू नम्रता से कह रही थी। तुम नई हो ना स्निग्धा थोड़े दिनों में इन सबकी आदत तुम्हें भी पड़ जाएगी… मैं तो तीन सालों … Read more

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