मेरे लिए मेरे पति का स्वाभिमान मेरे बेटे के मोह से कहीं बढ़कर है। – गीतू महाजन

रत्न जी की रिटायरमेंट में बस कुछ ही समय बचा था। वह चाहते थे कि रिटायरमेंट से पहले अपने बेटे की शादी कर दें।बेटी को तो उन्होंने लगभग 3 साल पहले ही ब्याह दिया था और वह अपने घर में खुश थी।इस बात को लेकर रत्न जी और उनकी पत्नी सुगंधा जी को बहुत तसल्ली … Read more

तू नौकरी क्यों करना चाहती हैं?? – मनीषा भरतिया 

रोमा बचपन से ही आत्मनिर्भर बनना चाहती थी| उसे पुरुष पर निर्भर रहना पसंद नहीं था| वह अपने माता पिता ज्ञानचंद जी और माता तारामणि जी की इकलौती संतान थी| उसके पिता ज्ञानचंद जी बहुत बड़ी रियासत के मालिक थे, घर में दूध की नदियां बहती थीं| यूँ कहो तो घर में पैसों की रेलम … Read more

मेरी मां और नानी मेरा स्वाभिमान हैं !! – स्वाती जैंन

तुम अगर कमा नही सकते वरुण तो मैं तुम्हारे साथ नहीं रह सकती , मैं अकेले कब तक घर का खर्चा पूरा करती रहूंगी !! बेटी माहिरा भी बड़ी हो रही है , आगे जाकर यह क्या सोचेगी की उसका पिता एक निकम्मा इंसान था संध्या बोले जा रही थी !! वरुण बोला बस करो … Read more

हिम्मत – बेला पुनिवाला

     सुषमा अभी सिर्फ १७ साल की ही थी, मगर कहते है ना, कि ” लड़कियांँ वक़्त से पहले ही जवान हो जाती है,” वैसे ही सुषमा का यौवन दिखने में २० साल की लड़की जैसा था और तो और वह दिखने में भी पहले से ही बहुत सुंदर थी, एक ही बार में किसी का … Read more

स्वाभिमान – कमलेश राणा

कार गांव की सड़क पर सरपट भागी जा रही थी और उससे भी अधिक तेजी से विचारों का कारवां मेरे दिमाग में दौड़ रहा था। मेरी यादों में गांव की तस्वीर बिल्कुल वैसी ही थी जैसी 15 साल पहले मैं यहाँ आई थी । आज बहुत दिनों बाद गांव आना हुआ जीवन की आपाधापी में … Read more

रिटर्न गिफ्ट – विजया डालमिया 

आज आरना की बर्थडे पार्टी थी ।पूरा बंगला खचा-खच शहर के नामी-गिरामी रइसों  से भरा था। आरना और अनूप दोनों बेसब्री से अंजली का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही अंजली आई सबकी नजरें उस पर जम कर  रह गई ।व्हाइट स्लीवलेस गाऊन में वह किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही थी। कुछ देर … Read more

जाग उठा स्वाभिमान – गोमती सिंह

—रेखा इकहरे बदन की गौर वर्ण की बहुत ही खुबसूरत गांव के शांत वातावरण में पली बढी  लड़की थी । एक विवाह समारोह में उसकी खूबसूरती देखकर ही उसे एक बड़े शहर के रहनेवाले परिवार वालों ने अपनें मुंह से उसके माता-पिता से उसका हाथ मांग लिया था । आनन फानन में विवाह हो गया … Read more

कौन तुम्हें यूं प्यार करेगा – रजनी श्रीवास्तव “अनंता”

“क्या तुम मुझसे प्यार नहीं करती?” मीरा का हाथ अपने हाथों में लेकर समीर ने थोड़ा उदास होते हुए पूछा। “करती हूं, तुमसे कौन प्यार नहीं करेगा? तुम एक बेहतरीन इंसान हो!”  मीरा ने प्यार से समीर की तरफ देखा और धीरे से अपना हाथ छुड़ाते हुए बोली। “मगर समीर मैं खुद से बहुत ज्यादा … Read more

मत कुचलो स्वाभिमान – ऋतु अग्रवाल 

  अनीता आज बहुत खुश थी। कोरोनावायरस में लगा लॉकडाउन समाप्ति पर था। यह छह-सात महीनों का लंबा अंतराल उसने कैसे काटा है, वहीं जानती है। लॉक डाउन के चलते लोगों ने अपने घरेलू सहायकों को सेवानिवृत्ति दे दी थी। कोई भी अपने घर में बाहरी व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति देकर खतरे में नहीं आना … Read more

 जब तक जियो स्वाभिमान के साथ जियो –   संगीता अग्ग्र्वाल

क्या बात है स्मिता जी आप आजकल पार्क नहीं आ रहीं ?” नंदिता ने अपनी पार्क में मिलने वाली मित्र के घर आकर पूछा। ” बस नंदिता जी थोड़ा तबियत नासाज चल रही आजकल !” स्मिता ने बुझे स्वर में कहा। ” हाँ थोड़ा मौसम और थोड़ा उम्र का तकाजा भी तो है मेरी तबियत … Read more

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