चार लक्खी (कहानी) -डॉ उर्मिला सिन्हा

   देवकी कल रात से ही उतावली हो रही है।रात भर वे ठीक से सो नहीं पाईं … नींद आती कैसे जिन आंखों में नन्दलाल की मोहिनी सूरत बैठी हुई हो उसमें नींद कहां?    देवकी का बेटा नन्दलाल आई०पी०एस०भारत सरकार का जिम्मेदार पुलिस अफसर।     पूत के पांव पालने में ही दीखने   लगा। वह बचपन से … Read more

चाह -मीता जोशी

“क, की, कु, छ, घ अक्षर से नाम निकला है जोशी जी। आओ आकर पोती के कान में उसका नाम सुना दो। “      शंख को पीले कपड़े में लपेट, पंडित जी ने जोशी जी के हाथ में दे दिया। उन्होंने उसे पकड़ धीरे से कान के पास जा पुकारा “मेरी प्यारी कृष्णकली। “ दादा जी … Read more

हर बेटा शादी के बाद नहीं बदलता – मीनाक्षी सिंह

सुमित एक एमएनसी में बी .टेक करके एक बड़े ओहदे पर कार्यरत था  ! छह बहनों में एकलौता  भाई और सबसे छोटा था सुमित ! सभी उसी से उम्मीद लगाते थे कि अब ये ज़िम्मेदारियां संभालेगा ! और उम्मीद गलत भी नहीं थी ,सुमित था भी ऐसा ! स्वभाव से बहुत ही सरल ,मृदुभाषी और … Read more

हाथ में – कंचन श्रीवास्तव

कहते हैं, ‘ पुरुष शराब और शबाब के पुजारी होते हैं ।’ ये जहां मिले अच्छे अच्छों का मन डोल जाता है।हां सच भी है, यही कारण हैं कि चढ़ती उम्र के साथ उनके पैर कब डगमगा जाते हैं,पता ही नहीं चलता और अपने उद्देश्य से भटक जाते हैं। और जो संभलते हैं,उसके पीछे भी … Read more

चाहत पिया मिलन की-अभिलाषा कक्कड़

आज घर में सुबह से खूब चहल पहल थी । हो भी क्यूँ ना आख़िर इस घर की बेटी जो आ रही थी । इस बार शीतल दीदी और मनोज जीजा जी बहुत सालों के बाद इंडिया आ रहे है …. सोफ़े के कुशनों को ठीक करती हुई इन्दु पति अजय से बोलीं । हाँ … Read more

दुआ करूंगा आपकी बिटिया को अपनी भावनाओं से समझौता ना करना पड़े.. – सविता गोयल

“सुनिए जी, कल हम दोनों को रायपुर जाना पड़ेगा भात न्यौतने के लिए । अब राशि की शादी को सिर्फ पंद्रह दिन रह गए हैं । ये तो जरूरी रीत है तो जाना जरूरी है । ,, हिचकते हुए हेमा अपने पति से बोली। “क्या हेमा,  ये सब तुम औरतों के बनाए नियम कानून हीं … Read more

error: Content is protected !!