अपनी खुशियों के लिए आपको अकेला नहीं छोड़ सकती – अर्चना कोहली “अर्चि”

आज सुधीर को गए तीन महीने बीत चुके थे। जब-जब भी अनु सफेद साड़ी में लिपटी निस्तेज़-सी श्यामा को देखती, उसका कलेजा मुँह को आ जाता। फूल-सी कोमल हँसती-खिलखिलाती श्यामा की क्या हालत हो गई है। कुदरत भी क्या खेल रचाती है”। अनु को याद आया, कितने चाव से वह छह महीने पहले ही श्यामा … Read more

यादों का सहारा – रश्मि सिंह 

सुबह के 6:30 बज रहे थे। चाँदनी- आजा रोशनी बेटा नाश्ता कर ले, वरना परीक्षा के लिए लेट हो जाएगी। रोशनी- बस आयी माँ, एक बार कबीर जी की जीवनी दोहरा लू। हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षा में ये जीवनी ज़रूर आती है। माँ मैंने नाश्ता कर लिया है। माँ बस दो परीक्षा और रह … Read more

सुनो मालती – पुष्पा जोशी

‘सुनो मालती!’ वह रसोई में जाते-जाते रूक गई।आज से३०वर्ष पूर्व भी उसके कानों में अरूण की यही आवाज गूंजी थी, और वह ठिठक कर रूक गई थी,उस आवाज की गूंज ने उसे अपने आप से दूर कर दिया था,उसका सारा वजूद जैसे सिमट गया था, दिल के एक कौने में।उसे आज भी याद है,जब शादी … Read more

तेरी मां जिंदा है अभी – सरोज प्रजापति 

2 दिन हो गए थे शर्मा जी के पार्थिव शरीर को हॉस्पिटल में रखें।शर्मा जी व उनकी पत्नी  सरकारी नौकरी में अच्छे पद से रिटायर हुए थे। दोनों का एक ही बेटा था। जो पढ़ लिख ,शादी कर पत्नी के साथ अपना सपना पूरा करने अमेरिका जा बसा था। नौकरी रहते हुए शर्मा जी व … Read more

माँ क्या आपको मेरा मेरा दर्द नहीं दिख रहा – रत्ना साहू 

जिस सरकारी नौकरी के लिए दीया दिन-रात  मेहनत करती थी। जी-जान लगाकर पढ़ाई करती थी, वही सरकारी नौकरी के लिए ज्वाइनिंग लेटर आ चुका है. पर उसका रो-रोकर बुरा हाल है। वह नौकरी करने को तैयार नहीं। सास और ननद दोनों समझा रही हैं, मगर वो समझने को तैयार नहीं। वह बार-बार अधीर हो रही … Read more

लगाव – कंचन श्रीवास्तव 

पति की मृत्यु ने नीना को तोड़के रख दिया, टूटती भी कैसे न, ‘ बच्चों की परवरिश,प्राइवेट नौकरी ऊपर से किराए का मकान , आखिर कैसे करेगी वो इन सबका सामना अकेले, इसके लिए इनकम का होना सबसे ज्यादा जरूरी था जो कि ना के समान था।अरे भाई हो भी क्यों न कोई सरकारी नौकरी … Read more

अपने बच्चो को कमजोर मत बनाइये – संगीता अग्रवाल 

” मम्मी देखो मेरे चोट लग गई !” पांच साल का आरव पार्क में खेलते हुए गिरने पर रोता हुआ वही बैठी अपनी मम्मी के पास आया। ” ओह माई गॉड इतनी चोट चलो जल्दी घर डेटॉल से साफ करके पट्टी कर दूंगी !” आरव की मम्मी स्वाति उसकी चोट को देख बोली उसके ऐसा … Read more

कौन किसका सहारा बनेगा….. – रश्मि प्रकाश 

सुमन ताई की खबर जिसने भी सुनी सब उनसे मिलने पहुँच रहे थे… सबको एक ही चिंता खाई जा रही थी अब उन्हें कौन सहारा देगा…. अब तक तो वो सबको सहारा दे रही थी….. सब उनके बारे में बातें बना कर कह रहे थे…,“उम्र पैंसठ, घुटनों में आर्थराइटिस, कहाँ तक वह भाग-दौड़ कर सकती … Read more

हाँ बेटा अब तुझे हमारे सहारे की क्या जरूरत – ममता गुप्ता

” मैने कह दिया ना मुझे किसी की जरूरत नही है ।” ” ना … माँ बाप की औऱ ना ही बहन की … बस मैं खुश हूँ अपने छोटे से परिवार के साथ …!! आप दोंनो अब चाहें कही भी रहो मुझे आप दोनो से कोई मतलब नही है ।। रोहन ने अपने माता … Read more

माँ जी सहारे की ज़रूरत आपको होगी ,,मुझे नहीं – मीनाक्षी सिंह 

ख़ुशी – माँ जी कितनी बार कहाँ हैँ आपसे मेरे पीछे मत पड़िये ! मैं कोई दो साल की बच्ची तो नहीं जो आपकी मर्जी से चले ! मुझे पता है मुझे प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए क्या  नहीं ! डॉक्टर ने मुझे डाईट चार्ट दिया हैँ ! मैं उसे फौलो कर रही हूँ !  … Read more

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