भारत के टॉप 5 बेबी डायपर्स और उनके लाभ

कहते है अगर बच्चा खुश तो मां भी खुश. यदि आप एक माँ है या फिर कुछ ही समय में मां बन ने वाली है और यह चिंता आपको सता रही है की हर रात जाग कर बच्चें के भीगे हुए कपड़े बदलने होंगे तो चिंता छोड़ दे. क्यों की आजकल बाजारों में कई ऐसे … Read more

बहू अब तो बेटे को बड़ा बनने दो… – रश्मि प्रकाश

आ गया मेरा राजा बेटा ।” अंश के स्कूल से आते निशि जल्दी से उसके कंधे से बैग निकालती हुए उसके जूते मोजे और कपड़े निकालते उससे स्कूल की बातें करने लगी “ बहू तुम तो हर वक्त अंश में ही लगी रहती हो… अब वो उतना बच्चा भी नहीं रहा कि वो खुद से … Read more

रिश्तों की डोर मत टूटने दीजिये – संगीता अग्रवाल 

” भाभी आप जरा चुन्नू को देख लेंगी मुझे इनके साथ बाजार जाना है कल की पूजा का सामान लेने !” नंदिता अपनी जेठानी वंदना के कमरे में आ बोली। ” नंदिता तुम्हारा बेटा बहुत शैतान है मैं थकी हूं इसलिए उसे संभालना बस की नहीं अभी तुम ऐसा करो उसे भी साथ ले जाओ … Read more

मेरा कोई संबंध नहीं तुम्हारे मायके से… – स्मिता सिंह चौहान

“मैंने तुमसे कह दिया ना कि तुम अपने मायके में किसी से बात नहीं करोगी। अगर तुम्हारे मन में मेरे लिए थोड़ी भी इज्जत है ना तो मुझे अच्छा लगेगा अगर तुम जो मैंने कहा है वो करो तो।” विशाल ने निशा को झुझलाते हुए हिदायत दे डाली।  “लेकिन इसमें मैं कहां से आ गयी। … Read more

साहब की मेमसाहब – सोनिया कुशवाहा

छोटे से शहर में बड़े ओहदे पर तैनात सरकारी अफसर बिरज की पत्नी कुमुद। आसपास के लोग मेम साब कहते थे। ये उसका स्वयं अर्जित सम्मान नहीं था, बस साहब की पत्नी है तो मेम साहब हो गई। कुमुद की खूबसूरती की पूरी कॉलोनी में चर्चा होती थी| आसपास की महिलाओं को उसकी किस्मत पर … Read more

दहलीज के पार – सुषमा तिवारी

बीती रात बड़ी भयंकर आँधी आई और वैशाख के महीने में आषाढ़ सा पानी बरसा। राधा बहू को यह सौंधी खुशबु वाली भोर बड़ी भाती हालांकि वह जानती थी कि यह सुख क्षणिक है और दिन चढ़ते ही सूरज की तपिश फिर प्रचंड हो जाएगी ठीक ठाकुर साहब के मिज़ाज की तरह। वे तो आज … Read more

काली बिंदी – मनप्रीत मखीजा

“अरे चन्दू, ये कैसी बहुरिया लाया है रे तेरा बेटा अपने वास्ते! ये तो अपने माथे पर काली बिंदी लगाए घूमती है| जब से हवेली में कदम रखा है इसने, मैंने तो कभी इसे नई नवेली सुहागिन जैसी लाल बिंदी लगाते नहीं देखा| तुझे न पता क्या, काली बिंदी को तो वशीकरण की निशानी कहते … Read more

उम्मीदें तकलीफ देती हैं – सुल्ताना खातून

“दिन भर घर के कामों में जुटी रहती हूं, खाना बनाना, कपड़े धोना, सफाई करना, बच्चों को स्कूल भेजना, सास ससुर की खिदमत करना, और फिर आप के नखरे उठाना, लेकिन मजाल है जो कोई मेरी तारीफ कर दे, मुझसे प्यार से दो बोल, बोल दे, उल्टे जिज्जी लोग से मेरी शिकायतें लगाती रहती हैं… … Read more

आस – नीना महाजन नीर

इस नश्वर संसार से विदा ले ली थी मैंने… अस्पताल से मुझे घर ले आया गया , सब रिश्तेदार आ रहे थे धीरे-धीरे कमरे में बहनें , भाई , देवर , भाभी , चाची , मौसी , ताई सब एकत्रित हो गए थे . घर में भीड़ बढ़ती जा रही थी सब प्रशांत को सांत्वना … Read more

” नए जीवन की आस ” – अनिता गुप्ता

ठंडी हवाएं चल रहीं थीं पर बारिश थम चुकी थी। खिड़की के पास विचारों में मग्न बैठी शालिनी को ठंडी हवा का झोंका बार – बार छू कर जा रहा था। मानो कह रहा हो, ” उठो शालिनी और जी लो जिंदगी जी भर कर । जिस तरह से इस तूफानी बारिश के बाद सब … Read more

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