‘ मैंने तो भरोसा किया था किन्तु आपने… ‘ – विभा गुप्ता
” आई एम साॅरी दिनेश, सुशीला जी ठीक हैं लेकिन मैं आपके बच्चे को नहीं बचा सका।” डाॅक्टर ने कहा तो दिनेश ने किसी तरह से खुद को संभाला।शादी के पाँच बरस बाद उसकी पत्नी को मातृत्व-सुख मिला भी तो क्षणिक। अब वह उससे क्या कहेगा,कैसे कहेगा, वह समझ नहीं पा रहा था।किसी तरह से … Read more