“विश्वास और वफादारी” – दीपा साहू “प्रकृति”
इंसान हैं भावनाएँ तो होती हैं।बिना भाव के इंसान ,इंसान कहां रह जाएगा? और किसी से लगाव होना स्वाभाविक प्रक्रिया ।स्वतः ही अपनापन जन्म ले ही लेता है।पर इस अपनत्व के दायरे होने चाहिए या नहीं होने चाहिए ? कृति के शादी के बाद उसके पति कार्तिक के दोस्तों का आना-जाना लगा ही रहता ।वो … Read more