आत्मसम्मान से समझौता नहीं करूंगी” – प्रियंका मुदगिल
पता नहीं, यह सपना था या कोई भ्रम….. अभी थोड़ी देर पहले ही रुचि की आंख लगी थी।उसे महसूस हुआ कि जैसे खिड़की से कोई झांक रहा है। वह हड़बड़ा कर उठ खड़ी हुई और दरवाजा खोलकर बाहर देखने लगी। लेकिन उसे कोई भी दिखाई नहीं दिया। तभी उसके पति विवेक की आंख खुली। विवेक … Read more