बरगद की चुड़ैल – सौम्या मिश्रा जौहरी 

कोख़ में पाला था उसने और …रात दिन जागी भी थी….सब कहते पगली थी…! जब भी उस बरगद के तिराहे से निकलता था बस उसको गंदे और फटे कपड़ों में विशाल बरगद के नीचे बने मंदिर के बरामदे में पाया। मां के मुख से सुना था , पूजा करती औरतों से कहती थीं…”न जाने किस … Read more

हैपी रिटायरमेंट – नीरजा कृष्णा

आज सुदर्शन बाबू का रिटायरमेंट हो रहा है। उनके स्पेशल डे पर उनके दोनों बच्चे सरप्राइज देने सपरिवार पहुंच गए थे। वो सुबह से ही सजधज में लगे थे। जो जीवन में कभी पार्लर नहीं गए थे पर आज सुबह ही पूरा मेकअप करा कर आए थे। आशा जी उनको देख कर लोटपोट हुई जा … Read more

 मैं समझौता क्यों करूं? – गीता वाधवानी

आज प्रीति का विवाह होने जा रहा था। वह दुल्हन के रूप में सजी संवरी बैठी थी। उसका विवाह एक पढ़े-लिखे, सुंदर व्यक्तित्व वाले प्रकाश नामक लड़के से हो रहा था। स्वयं को दुल्हन के रूप में देखकर प्रीति को एक पुरानी दर्दनाक घटना स्मरण हो आई। इस घटना का जिक्र वह प्रकाश से कर … Read more

अब कोई समझौता नहीं ‘ –  विभा गुप्ता

     ” बेटे की याद आ रही है..।” जगदीश बाबू ने पत्नी गायत्री से पूछा तो वे बेटे का फोटो अपने आँचल में छिपाती हुई बोली, ” नहीं तो, मैं भला उसे क्यों याद करूँ जो अपनी माँ को ही भूल गया है।”   ” हाँ-हाँ, सब समझता हूँ।आज उसका जन्मदिन है ना,उसे आशीर्वाद देने का … Read more

एक समझौता ऐसा भी … रश्मि प्रकाश

“अरे सुरेखा बहन आप दोनों सुबह सुबह कहाँ चल दिए… हम तो आज आपके घर बिटिया के ब्याह का न्योता देने आने वाले थे।” कलाने सुरेखा को दरवाज़े पर ताला लगाते देख पूछ लिया  “ हम बिटिया के घर जा रहे हैं कला बहन…बिटिया दोनों बच्चों को सँभाल नहीं पा रही आप तो जानती ही … Read more

वैवाहिक बँधन या समझौता –  के कामेश्वरी

रजनी क्लीनिक से थक हार कर घर पहुँची । घर की हालत देख कर उसके पूरे शरीर में जैसे कमजोरी आ गई थी । उसे घर को देख कर ऐसा लग रहा था जैसे कि यहाँ बहुत बड़ी जंग हुई हो । पूरा सामान बिखरा पड़ा था । सोफे पर किताबें ,कलर पेंसिल्स यह अभी … Read more

मुझे शादी करनी है…..समझौता नही – किरन विश्वकर्मा

मां मैं यह शादी नहीं कर सकती….. क्योंकि यह शादी….शादी नही एक समझौंता होगी और जहाँ शादी में समझौंता होगा तो वह शादी सफल नहीं हो सकती…..अगर यह शादी हो भी गयी तो मां आपकी बेटी को हमेशा घुट कर रहना होगा। मुझे इस घर में आने के बाद अपने सपने….अपनी इच्छाओ का गला हमेशा-हमेशा … Read more

दूर की सोच – कमलेश राणा

पिछले दिनों त्र्यम्बकेश्वर् के दर्शनों की चिर प्रतीक्षित मनोकामना पूरी हुईऔर साथ ही लोगों की भविष्य के प्रति सोच ने भी बहुत प्रभावित किया,,  हुआ यूँ कि दर्शन के बाद रुकने की व्यवस्था पर विचार कर ही रहे थे कि ऑटो वाले ने बहुत अच्छा सुझाव दिया,, वह हमें जम गया और वह हमें गुजराती … Read more

किस्मत समझौता एक्सप्रेस – तृप्ति शर्मा

बड़ी दीदी की बरात में सबसे आगे नाचते देखा था उसे बहुत पसंद आया ज्योति को वह लड़का बाद में पता चला कि वह तो उसकी दीदी का देवर है। जीजा जी का सगा छोटा भाई बस 16 साल की ज्योति वही दिल बैठी थी उसे। पर कभी किसी को बता नहीं पाई                      … Read more

समझौता ज़िन्दगी से – प्रेम बजाज

शीतल के पापा को माईनर सा हार्टअटैक आता है, डाक्टर ने कहा कोई खतरे वाली बात नहीं, वो अब ठीक हैं।  मगर शीतल सुनकर रह नहीं पाती और पापा से मिलने आती है, शीतल की बेटी बुलबुल दस-ग्यारह  साल की है और बेटा सौरभ चार साल का है। बेटे को तो शीतल साथ ले आती … Read more

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