वह भोली सी लड़की – निभा राजीव “निर्वी”

इतने लंबे अरसे के बाद गांव आकर विनय को बहुत अच्छा लग रहा था। यहां की ताजी हवा और स्वच्छ वातावरण उसमें मानो एक नई ऊर्जा का संचार कर रहे थे।                  दरअसल विनय के पिता का पैतृक घर यही गांव में था। परंतु बाद में पिता की नौकरी शहर में लग जाने के बाद उन्होंने … Read more

“जिंदगी और कुछ भी नहीं कभी खुशी कभी गम की कहानी है”  – सुधा जैन 

अपने आसपास नजर डालती हूं तो हर जीवन एक कहानी है। जिसमें कभी खुशी है और कभी गम है। मेरी यह कहानी मेरी जिंदगी के एकदम करीब मेरे हमसफर की कहानी है । मेरे हमसफर का जीवन हमेशा कभी खुशी और कभी गम के साए में घिरा रहा। चार भाई-बहनों का परिवार ….पापा शिक्षक …मम्मी … Read more

पहला करवा चौथ” – कुमुद मोहन

निया!तुम्हें मेरी कसम लो ये थोड़ा सा जूस पी लो !मैने मम्मी से भी पूछ लिया उन्होनें भी परमिशन दे दी”समर अपनी नई नवेली दुल्हन से बहुत मनुहार कर के कह रहा था जो आज उसके लिए करवा चौथ का व्रत किये थी! निया और समर का ब्याह अभी कुछ दिन पहले ही हुआ था! … Read more

खोटा सिक्का – ऋतु गुप्ता

मधु जी की आज तेरहवीं है पिछले दस बारह दिनों से लोग आनंद जी से मिलने आ रहे हैं, उनकी पत्नी की मृत्यु के बाद उन्हें सांत्वना देने के लिए। मधु जी पिछले डेढ़ बरस से बीमार थी ,एक दिन काम करते-करते वो सीढ़ियों से फिसल गई और रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई … Read more

खुशियों की चाबी!! – प्रियंका मुदगिल

काव्या का मन बहुत बेचैन हो रहा था। उसकी शादी को पाँच साल हो चुके थे….पर अभीतक भगवान ने उसकी गोद सूनी रखी थी। फिर भी वह खुश रहने की पूरी कोशिश करती….पर आज उसके दिल के जख्म हरे हो गए। उसकी बहुत अच्छी सखी सीमा के घर उसके बेटे की नामकरण विधि चल रही … Read more

मृत्यु दंड – सुधा शर्मा 

काश्मीर की खूबसूरत वादियों में खोई वह बर्फ के पर्वतों को देखती रह जाती, प्रकृति की सुन्दरता को कितनी देर तक निहारती रहती।           अक्सर विकी उससे कहता,”कहाँ खोई रहती है तू सपनों की दुनिया में ?” “मुझे अच्छा लगता है विकी।इन में डूब जाने को मन करता है।”               ‘ मेरे मन में डूब जाओ , … Read more

बहू का पहला करवाचौथ ( करवा चौथ स्पेशल ) – ज्योति आहूजा

हर लड़की की तरह अदिति के मन में भी शादी को लेकर तरह- तरह की उमंगे थी।   शादी के बाद उसका ससुराल कैसा होगा? ससुराल में हर तरह के फंक्शन, त्यौहार खूबधूमधाम से मनाए जाते हो। सजने सवरने की शौकीन अदिति इसी उमंगों के साथ अपना रिश्ता होने के बाद शादी के दिन का … Read more

मेरी ननद सबको भड़का कर चली जाती•••• – अमिता कुचया

आज नीना बहुत ही आहत हुई उसके मन को इतनी पीड़ा हुई कि चाहकर भी किसी से कुछ कह नहीं पा रही थी।काम हर घर में होता है कभी -कभी देर सबेर तो हो ही जाती है। हमेशा इस बात पर ननद रानी सासुमा को भड़का देती और फिर मां जी मुझे सुनाती कि घर … Read more

 ब्रेड-बटर – दीप्ति सिंह 

सुरेश की बाइक जब ग्यारह नंबर  कोठी के सामने से गुजरी तो पीछे बैठी रानी भीड़ देख ठिठक गयी, बाइक रुकवाई तथा पास जाकर एक व्यक्ति से पूछा   “क्या हुआ भईया ?”  “अरे कुछ नही ,जैसे कमाया था वैसे ही निकल गया छापा पड़ा है छापा ” व्यक्ति ने बताया।  “हैय! “ठोढ़ी पर हाथ रख … Read more

बिटिया ले आयी चाँद – भगवती सक्सेना गौड़

एक दौड़ते भागते व्यस्ततम महानगर में रवीना खरे अपने सत्तर वर्षीय श्रीमान जी के साथ बढ़िया सी सोसाइटी में  रहती है। रोज शाम को ज्यादा दूर तो नही पास में ही दोनो टहलने जाते हैं, क्योंकि दोनो ही गठिया के शिकार है। शरीर कमजोर तो है ही पर दोनो हमेशा मस्ती में रहते। दोनो बेटे … Read more

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