वह भोली सी लड़की – निभा राजीव “निर्वी”
इतने लंबे अरसे के बाद गांव आकर विनय को बहुत अच्छा लग रहा था। यहां की ताजी हवा और स्वच्छ वातावरण उसमें मानो एक नई ऊर्जा का संचार कर रहे थे। दरअसल विनय के पिता का पैतृक घर यही गांव में था। परंतु बाद में पिता की नौकरी शहर में लग जाने के बाद उन्होंने … Read more