सास ने गम को ख़ुशी में बदल दिया – मीनाक्षी सिंह
सविता जी – नीता ,,तू फिर रोने लगी ! कितनी बार समझाया हैं तुझे कि जाने वाले वापस नहीं आते! पर तू हर वक़्त रोती रहती हैं ! मुझसे तेरा ये उदास चेहरा देखा नहीं जाता ! तेरा पहला करवाचौथ हैं ! सब औरतें कितनी खरीदारी कर रही हैं ! बाजार में कितनी रौनक हैं … Read more