कंजूस ‘ – विभा गुप्ता
शिवचरण बाबू अपने पोते के जन्मदिन के उपलक्ष्य में अपने घर में पार्टी दे रहें थें।अपने नाते-रिश्तेदारों के साथ-साथ उन्होंने अपने सभी मित्रों को भी आमंत्रित किया था।मित्र आश्चर्यचकित थें कि हमेशा कम खर्च करने वाला ये कंजूस आज पार्टी कैसे दे रहा है। केक कट जाने के बाद शिवचरण बाबू के मित्र जब भोजन-स्थल … Read more