नशा अमीरी का – कुमुद मोहन

“सुनिये!आज सुबह की ट्रेन से सीमा जीजी आ रहे ही हैं उन्हें लेने मैं स्टेशन चली जाऊं?”रीमा ने अपने बिज़नेस मैन पति मुकेश जिन्हें अपने पैसे का बहुत गुमान था से पूछा?” मुँह सिकोड़कर मुकेश ने जवाब दिया”हुंह?क्या यार तुम्हारे रिश्तेदारों को ट्रेन से चलने की बड़ी बुरी आदत है!मेरा तो ड्राइवर भी कतराता है … Read more

पितृ मुस्कुरा उठे – रीटा मक्कड़

नोट.. इस रचना का उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नही है कृपया कोई भी अन्यथा ना ले।   मेरे सास ससुर हमेशां दूसरों के लिए दयाभाव रखने वाले थे। अपने द्वार पर आने वाले किसी जरूरतमंद को उन्होंने कभी खाली हाथ नही लौटाया था।दिल खोल कर दान भी करते थे। जब तक हम … Read more

वो वृद्ध स्त्री !! – पायल माहेश्वरी

” कोई अंदर हैं, दरवाजा खोलो मुझे सहायता की आवश्यकता हैं ?” दरवाजे पर एक स्त्री की आवाज सुनाई दी। रात के ग्यारह बजे थे और कड़ाके की सर्दी पड़ रही थी मैं आवाज सुनकर घबरा गयी थी। ” इतनी रात को कौन हो सकती हैं?”मन में आशंका जन्म लेने लगी। दरवाजे पर दस्तक गहरी … Read more

पिंड दान – डॉ अंजना गर्ग

“हेलो , हेलो राकेश कल सुबह नो साढ़े नो के बीच जरूर आ जाना। मोनू को तो लाना ही है इस बार बहू को भी लाना। काम है।” शीला ने कहा। ” ठीक है मां।” राकेश ने कहा।  इतने में मां शीला ने फोन रख दिया। राकेश ने महसूस किया है अब काफी दिनों से … Read more

समझदार कौन – कमलेश राणा

यह कहा जाता है कि मानव मस्तिष्क ईश्वर की बनाई हुई सर्वश्रेष्ठ कृति है जो उसे अन्य प्राणियों से अलग करती है,, उसकी सोचने समझने की शक्ति, फैसला लेने की ताकत और आवश्यकतानुसार अविष्कार की क्षमता बेजोड़ है,, लेकिन अधिकांश मनुष्य अपनी इस काबिलियत को नज़रअंदाज़ करके न केवल अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे … Read more

ये वादा रहा….. रश्मि दास

आज सरभी की शादी थी। मगर सुरभि बहुत उदास हो डरी हुई थी। पिछली बातें याद आ रही थी जब वह अपनी मां मां बाप के साथ एक खुशनुमा जिंदगी जी रही थी। ऐक एक्सीडेंट में उनके मां बापा की मृत्यु हो गई और सुरभि की सारी दुनिया ही जैसे उजर के रह गई। ऐक … Read more

खजाना – टीना सुमन

चाय नाश्ता लेकर बैठक की तरफ ही जा रही थी ,,तभी अंदर से आती हुई आवाज से कदम दरवाजे पर रुक गए ,,” “देख मंझली छोटी के तो कोई जमीन जायदाद को खाने वाला है नहीं ,एक बेटा था राहुल वह भी भरी जवानी एक्सीडेंट का शिकार हो गया ,अब क्या करेगी वह सासु मां … Read more

सूर्य का अहंकार ‘ – डा. सुनील शर्मा

सूर्य धरती के लिए ईश्वर का दिया हुआ अद्भुत वरदान है. सूर्य से ही पृथ्वी पर जीवन है. जीव, पेड़ पौधे सभी सूर्य से ऊर्जा लेते हैं. सूर्य का प्रकाश धरती पर दिन तथा रात का सृजन करता है. धरती सूर्य के गिर्द घूमती है तो रंग रंगीली छ: ऋतुओं का आगमन होता है. ऋतुओं … Read more

पंख होते तो ! – अंजू खरबंदा

आज फिर वही उदासी ! मेधा फ्लैट की बॉलकनी में आकर खड़ी हो गई । मंद मंद हवा उसके खुले बालों से अठखेलियां करने लगी ।  समीर को ये उसके बालों की ये अठखेलियां बेहद पसंद थी । वह कार ड्राईव करते हुए अक्सर खिड़की का शीशा खोल देता ताकि खुली हवा आकर मेधा के … Read more

“एक रिश्ता टूटा हुआ”  – भावना ठाकर ‘भावु’

ओस धुली अलसाई सुबह में विंड चाइम की मधुर घंटीयों की सरगम ने मेरी बोझिल पलकों पर दस्तक दी, कोहरे की भीनी खुशबू से सराबोर होते एक झोंका आया खिड़की खोलकर सूरज की पहली रश्मि के संग, हौले से टकोर दी कुछ कड़वी यादों भरी ढ़ेर सारी सुबह की और में चली गई अतीत की … Read more

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