वादा – कमलेश राणा
अरे छाया तुम,,कितना सुखद आश्चर्य है न,,कभी सोचा ही नहीं था कि जीवन में कभी मिल पायेंगे,, हाँ मीता,मुझे भी लग रहा था कि तुम हो,,लेकिन आँखों पर विश्वास नहीं हो रहा था,,तुझे छू के देखूँ,,कहीं सपना तो नहीं,, आ गले लग जा यार,,इन पलों को सेलिब्रेट करते हैं,, मिलन की खुशी … Read more