माली – नम्रता सरन “सोना”
औ …औ..औ … अरुंधती की आँख खुली तो किसी के ओकने की आवाज़ सुनकर यकायक विचार मस्तिष्क में कौंधा ..-क्या ये श्यामली को उल्टियां हो रही है.तत्काल ही बिस्तर छोड़ वो बाहर की ओर लपकी ..बाहर जाकर देखा तो श्यामली पौधों को पानी दे रही थी. क्यूँ रे श्यामली अभी तू उल्टी कर रही थी … Read more