एक रात ऐसी भी – श्रद्धा निगम

आस्था हड़बड़ा कर तेज़ कदमो से रेलवे प्लेटफॉर्म की तरफ भागी। ट्रैन आ चुकी थी,राजीव पर मन ही मन गुस्सा हो रही थी।हमेशा ही ऐसा होता है, लेटलतीफी..आज तो उसे केवल जाना था,गाड़ी भी कम समय के लिए रुकती थी।बहरहाल किसी तरह अपने कूपे में चढ़ी, राजीव ने सामान रखा, और ट्रेन चल दी।रात के … Read more

रणभेदी – रीमा ठाकुर

बड़े बड़े    सरकंडे ‘घनी घास उसपर दलदल “ जाने कितनी  देर और चलना होगाः ” इनके बीच “ नरकुल के पेड हल्की हवा के साथ ” झूम रहे थे!  चांदनी रात चांद अपने सौदर्य से ” तारों के बीच मुस्कुरा रहा था!  पूस का महिना ” पर आकाश बिना परवाह किये ”  अपनी मंजिल … Read more

मदरहुड के रिच लुक  –  कुमुद मोहन  

रमा जी फूली नहीं समा रहीं थी जब उन्हें पता चला कि उनकी बहू शीना मां बनने वाली है! पोता-पोती खिलाने का चाव उनके सिर चढ़कर बोल रहा था। जो आशीर्वाद उन्होंने बहू के गृहप्रवेश पर दिया था उसके फलने-फूलने का टाइम आ गया था। रमा जी ने अपने इकलौते बेटे पवन की परवरिश अकेले … Read more

प्रयासों का इंद्रधनुष – लतिका श्रीवास्तव 

..” अरे अरे ठीक से मुंह खोल कर बोलो !जोर से बोलो..!हल्ला तो बहुत जोर से करते हो अभी आवाज़ ही नहीं निकल रही है….”..आस्था कक्षा 9 के छात्र सोहन से पूछ रही थी जो प्रश्न का जवाब नहीं दे पा रहा था …मुंह बंद करके खड़ा था…! मैडमजी मुंह में तो गुटखा है इसके … Read more

सास ने पेश की त्याग की नई मिसाल – संगीता अग्रवाल

 बहू क्या हुआ है तुम्हे जो अब तक बिस्तर पर लेटी हो काम नही करने क्या राघव भी ऑफिस जायेगा !” शकुंतला जी अपनी बहू सिया के कमरे मे आकर बोली। ” मम्मी जी मेरी तबियत ठीक नही है आप उनसे बोल दो वो बाहर खा लेंगे आज !” अपनी आँखों मे कोरों पर आये … Read more

मां कभी सौतेली नहीं होती – संगीता अग्रवाल 

सविता जी  की नजर बार बार घड़ी की और जाती वो बेचैनी से दरवाजे तक जाती फिर वापिस सोफे पर आ  बैठ जाती। बेटी रिया को कॉलेज से आने में देर जो हो गई थी तो एक मां का बैचैन होना स्वभाविक था। तभी रिया आती  दिखी और उसकी जान में जान आई… ” बेटी … Read more

कौन किसके लिए कितना करता है…… – रश्मि प्रकाश

“मौसम हमेशा एक सा नहीं रहता कमला….एक दिन तेरी किस्मत में भी अच्छे दिन आयेंगे….तू चिंता क्यों करती हैं हम है ना तेरे साथ…..जाने दें तेरे पति ने जब साफ साफ कह ही दिया उसको तेरे साथ नहीं रहना,तो फिर उसको जिसके साथ जाना जाने दें…. उसको तेरे से जब प्यार ही नहीं है तो … Read more

राम तेरी गंगा मैली हो गई – सरला मेहता

विभा व अमोघ का आंगन कई मन्नतों के पश्चात बेटी की किलकारियों से गूंज उठा। चूँकि बड़े भागीरथ प्रयासों से संतान का सुख नसीब हुआ तो बेटी का नाम रखा जान्हवी। बेटी क्या आई कि जीवन  में ख़ुशी की लहर आ गई। मानो मरुभूमि में गंगा मैया की निर्मल धारा का अवतरण हो गया हो। … Read more

कुछ अनकही सी बातें – टीना सुमन

कभी-कभी कुछ चीजें आपके बस में नहीं होती ,कोशिश करते हैं आप संवारने की ,मगर चीजें कुछ ज्यादा ही उलझ जाती है ,और आप हार मान लेते हैं ।शायद  मेनें  भी  हार  मान ली थी….. अलार्म बज -बज कर खुद ही सो चुका था ,इस बार अलार्म का काम मां की आवाज ने किया- ” … Read more

त्याग की मूर्ति  – कमलेश राणा

 बड़ी खूबसूरत थी वो,, रंग एकदम गोरा, तीखे नैन नक्श, बड़ी_ बड़ी आँखें, नाज़ुक सी देहयष्टि , हर दम होठों पर विराजमान मोहक मुस्कान, भोली भाली, वंदना नाम था उसका,, जो भी एक बार देख ले उसे ,भूल ही नहीं सकता,, ऐसा कुछ था उसके व्यकित्व में,, लड़के आहें भरते कि एक नज़र तो देख … Read more

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