साँवली सलोनी -लक्ष्मी कुमावत
“आहा! मेरी बड़ी बहन की बहु तो कितनी गोरी आई है। मैं भी अपने सुमित की जब शादी करूंगी तो ऐसी ही गोरी बहू लेकर आऊंगी, जिसका रंग दूध जैसा उजला हो” ” अरे तुम भी क्या बात लेकर बैठ गई? जब से अपनी बहन के घर से आई हो, तब से बस ‘गोरी बहू, … Read more