वातावरण – गीतांजलि गुप्ता

स्टाफ़ रूम में घुसते ही देखा मिसेज़ शर्मा गुस्साई सी खड़ी हैं। देखते ही नमस्ते तो करी परंतु बड़े ही तीखे तेवर से। ज़बाब देते समय थोड़ा मुस्कुराने का प्रयत्न किया। “कैसी हो आप मिसेज़ शर्मा। कोई काम है?” मैंनें पूछा शनिवार को तो पैरेंट्स टीचर मीट हुई है तब तक तो सब ठीक था … Read more

गुरूजी – अनुज सारस्वत

“चल चिकने(अमित)ये पीछे क्लास की खिड़की दूसरे मोहल्ले में खुलती है,इंटरवल में तू अपना और मेरा बैग नीचे फेंक दियो,मैं पीछे पहुंच जाऊंगा,और बैग उठा लूंगा फिर तू आराम से खाली हाथ बाहर आ जइयो और चलेंगे सिनेमा “राजा बाबू” लगी है पायल टाकीज में वहाँ मुंशी (अशोक) टिकट ले कर तैयार होगा” सौरभ ने … Read more

आधुनिक युग – प्रीती सक्सेना 

कॉलेज का आखिरी दिन, एमबीए, कंप्लीट हुआ, पढ़ाई खत्म, पूरी तरह से फ्री, सब खुशी से चहचहा, से रहे थे, हम पांच सहेलियों का प्लेसमेंट, मुंबई की अलग अलग कम्पनी में हुआ था, वहां भी मिलने की खुशी थी, दिन भर खूब मस्ती करके, घर पहुंची, मम्मी पापा, खुश भी थे, और मेरे जाने से … Read more

भूखे पेट भजन न होय गोपाला – अर्चना नाकरा

मम्मा कहां हो? सारे कम’रों में आवाज लगाती.. सिम्मी मुझे ढूंढ रही थी’ बस मैं कुछ घड़ी के लिए सुस्ताने ही बैठी थी पता तो था वो,आने वाली है पर लगा कमर सीधी कर ही लूं!! हां हां… यही हूं! क्या बात है बेटा? सिम्मी रूआंसी सी होकर बोली, आज भूख के मारे हालत खराब … Read more

परवरिश – मंगला श्रीवास्तव

दिवाकर जी अपने दोस्त अनिल जी के साथ शहर की नामी वकील सुनन्दा के आलीशान घर के वेटिंग रूम में बैठे थे उनको सुबह आठ बजे बुलाया था सुनन्दा जी ने,वह अपने इकलौते बेटे को जो कि शराब पीकर नशे में मारपीट और लड़कियों  को छेड़ने के इल्जाम में जेल में बन्द था । वह … Read more

दिल का रिश्ता -दर्शना जैन

तनय ने परिवार को बिना बताये विभा से विवाह कर लिया, जब कोई किसी से प्यार करने लगता है तो दिल कहाँ कुछ सोचता है? विवाह अंतरजातीय था इसलिये तनय के पिता मनीष जी भड़क उठे और तनय व विभा को घर निकाला दे दिया और कभी उनका मुँह न देखने की कसम खा ली। … Read more

बेटियाँ – नरेश वर्मा

लॉटरी की पर्चियाँ मिक्स करके चीनी मिट्टी के बाउल में डाल दी गई ।सेंटर टेबल पर बाउल रखा है और सोफ़े पर तीनों आसन जमाएँ बैठी हैं।यह लॉटरी न तो किसी किटी पार्टी से ताल्लुक़ रखती है और न ही किसी खेल की शुरुआत के क्रम से।यह लॉटरी उस ऋण की अदायगी का क्रम है … Read more

जाने कहां गये वो दिन -डा.मधु आंधीवाल

धीरे धीरे गुम होगया बचपन कभी नहीं भूल पायेगे उम्र होगयी पचपन,  एक ऐसा बिषय लिखो तो पूरा उपन्यास लिख जाये क्योंकि अब बच्चों के बच्चे भी बहुत बड़े हो गये पर मै तो अब भी अपने बीते दिनों को जीवन्त करती हूँ । शादी को 50 साल पूरे होगये वह बात दूसरी है कि … Read more

बेटी हूँ पर बेटे से कम तो नहीं – रश्मि प्रकाश

माँ माँ चलो बारात आ गई …. पापा तुम्हें बाहर बुला रहे हैं ।” कामाक्षी ने अपनी माँ से कहा जो अंदर पूजा का सामान सहेजने में व्यस्त थी…. कौशल्या जी जल्दी से सिर पर रखी चुनरी सहेज दरवाज़े पर दूल्हे को परिछने आ गई । शादी की रस्में चल ही रही थी कि लड़के … Read more

वारिस – के कामेश्वरी

मेरा नाम कुमार है और मेरी पत्नी का नाम रमा है हमारी शादी 1990में हुई । माता-पिता ने ही शादीतय की थी । घर का बड़ा बेटा होने के कारण शादी के एक साल के बाद से ही माँ कहने लगी किवारिस आ जाए तो अच्छा है । वारिस कहते ही लोगों की सोच में … Read more

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