राहुल सांकृत्यायन – जीवन परिचय -अनुज सारस्वत

महान लेखकों की कहानी मेरी जुबानी  प्रथम लेखक-मेरे सबसे प्रिय राहुल जी भैया गांधी वाले राहुल नही सांकृत्यायन वाले वाले राहुल भैया यूपी वाले । तो जी कारवां शुरू करते हैं,कारवाओं के मसीहा राहुल सांकृत्यायन जी ने मेरे लिये तो एक चुंबक का कार्य किया ,सारी रचनाओ को मैं ऐसे चाट गया इनकी अपुन दीमक … Read more

वर्क फ्रॉम होम – प्रीता जैन

   घड़ी देखी एक बजने को था जल्दी से गैस के तीनों बर्नर जला दाल-चावल व सब्जी एक साथ रख दिये, इधर आटा गूंथ सलाद भी सजा टेबल लगा दी| पुनीत के आने में 15-20 मिनट थे इसलिए मायके फोन लगा भाभी से बात करने की सोची, हैलो! कहते ही भाभी बोलीं बहुत लंबी उम्र … Read more

रंगीलो म्हारो ढोलना – कमलेश राणा

लड़कियां थोड़ी बड़ी होते ही अपने सपनों के राजकुमार की कल्पना करने लगतीं हैं,,स्वाति भी इससे अछूती नहीं थी,,वो भी कितने सपने संजो रही थी,, शादी के बाद हम हनीमून पर जायेंगे,,फूलों की वादियों में,,सिर्फ़ हम दोनों एक-दूसरे के प्यार में मस्त,,वो बस मुझे ही देखेगा,,मेरी चाल,मेरे बाल ,मेरे गालों की तारीफ ही करता रहेगा … Read more

अजनबी – मनीषा भरतीया

मानसी अपने पति मनोज ,सासू मां , और चार बच्चे, जिसमें 3 लड़कियां और 1 लड़के के साथ कोलकाता में रहती थी …..जीवन सुखमय बीत रहा था ….हालांकि मनोज बहुत ज्यादा नहीं कमाते थे पर जितना भी कमाते थे उसमें मानसी गुजारा कर लेती थी…..कभी शिकायत नहीं करती थी….मानसी बहुत ही सुदृढ़ और समझदार औरत … Read more

बेसन की पकौड़ियाँ – नीरजा कृष्णा

आज वो बहुत उदास हैं। आज फिर बृहस्पतिवार है..इस वार को उनके यहाँ बेसन की पकौड़ी वाली कढ़ी अवश्य बनती है। जब अम्माँ थी तो कढ़ी का तो नियम था…वो खूब सारा बेसन लेकर फेंटने बैठती थीं और अम्माँ टोके बिना नहीं मानती थीं,”अरे बहू, इतना बेसन …इसके तो बहुत ज्यादा पकौड़े बन जाएंगे… क्या … Read more

 डायट प्लान  – पायल माहेश्वरी

” आज फिर दिल ने एक तम्मना की आज फिर दिल को हमने समझाया। “ गजल सम्राट जगजीत सिंह जी के यह मधुर स्वर वातावरण में गूँज रहे थे, मुम्बई में बारिश अपने चरम स्तर पर थी और मैं मेरे दिल की बात को अनसुना कर रही थी।  मेरे व दिल के बीच अन्तर्विरोध चल … Read more

कोशिश – शालिनी दीक्षित

अब शादी की भागदौड़ भगदड़ सब समाप्त हो गई है, सभी रिश्तेदार अपने अपने घर जा चुके हैं। नेहा भी बहुत खुश है कि उसने कितने अच्छे से अपने छोटे भाई की शादी की सभी तैयारियां करवाई थी और अच्छे से शादी हो गई, अपने बुजुर्ग माता-पिता की आखिरी जिम्मेदारी निभाकर नेहा बहुत खुश है। … Read more

अकेली नहीं अब वह! – प्रीति आनंद

**************** “क्या लक्ष्मी, कब तक इस नाशुकरे का पेट भरोगी? निकालो घर से! तुम्हारी ज़िम्मेदारी थोड़ी है ये!” माँ की बात सुन लक्ष्मी चौंक गई। भुवन के लिए ऐसा कैसे बोल सकती हैं माँ? भुवन…. उसका देवर …. जो बेटे के समान है! आठ वर्ष पहले जब उसके सास-ससुर की ऐक्सिडेंट में मृत्यु हुई तो … Read more

जीवन – श्रीमती मणि शर्मा

“अरे ! कोई उठाओ उन्हें ,गिर गए हैं, मेधा,ओ मेधा “मम्मी की जोर जोर से चिल्लाने की  आवाज सुनकर मेधा हड़बड़ा कर कमरे  से बाहर भागी। ” क्या हुआ मम्मी? ,मेधा ने मम्मी को रोते देख पूछा। “पापा को अक्षय ने धक्का दे दिया है देखो वो गिर गए है। इसी बेटे के लिए हमने … Read more

मातृत्व का सुख – कमलेश राणा

अंजलि और राखी बहुत अच्छी सहेली थीं,,हर बात एक-दूसरे से शेयर किये बिना चैन नहीं आता था दोनों को,,   प्राईमरी से लेकर कॉलेज तक की शिक्षा भी साथ ही साथ हुई,,   अंजली की शादी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ हुई और वह बंगलौर चली गई जबकि राखी के पति बिजनेसमैन थे,,   बहुत … Read more

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