सुधा – नीलिमा सिंघल
सुधा बहुत बौखलाए हुए घूमे जा रही थी इधर से उधर, उधर से इधर राजन ने चश्मा ठीक करते हुए कहा “सुधा बैठ जाओ कब तक चक्कर काटती रहोगी तुम्हें देखकर अब तो मुझे खुद चक्कर आने लगे हैं। “तुम तो चुप ही रहो”, सुधा बैचेन होते हुए बोली ,तुम्हें क्या पता मैंने शांति के … Read more