ग्रहों की शांति – डॉ पारुल अग्रवाल
ग्रहों की शांति अरे आज फिर ऑफिस के लिए देर हो गई।फिर से बॉस से सुनना पड़ेगा, कितनी बार बोला है मां को कि घर से निकलते समय पीछे से ना टोका करें,पर इनको समझ में कहां आता है। अमर अपने आप से ही बड़बड़ाए जा रहा था। ये अब आपको देर नहीं हो रही … Read more