श्रिंगार – विनय कुमार मिश्रा
“जीजा जी आप तैयार नहीं हुए!” अपने तरीके से तो मैं तैयार हो ही चुका हूँ। अब इससे ज्यादा मैं कैसे तैयार हो पाऊं। गलती इसकी भी नहीं। ये मेरे ससुराल में मेरी शादी के बाद तीसरी शादी है। और ले देकर मैं यही पुराना कोट पैंट आज तीसरी दफा पहन रहा हूँ। साले साहब … Read more