एक नारी का संघर्ष – संजु झा
“अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी, आँचल में है दूध और आँखों में पानी।” वर्षों पूर्व कवि मैथिलीशरण गुप्त द्वारा नारी के प्रति कही गई उपरोक्त पंक्तियों में अब बदलाव देखने को मिल रहें हैं।अब नारी के आँचल में केवल दूध और आँखों में पानी नहीं रह गया है,बल्कि उनके जीवन में संघर्ष भी … Read more