कठोर क़दम – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi
यह लो रोटी मनीषा अपने ससुर रमाकांत जी के आगे प्लेट पटकती हुई बोली, बहू थोड़ा सा घी लगा दे बेटा ,अच्छा अब घी लगी रोटी खानी है। ज्यादा चटोरी जुवान हो गई है जो मिल रहा है खा लो नहीं तो यह भी नहीं मिल पाएगा। नाक में दम करके रखा हुआ है। जाने … Read more