मैं गांधारी नहीं – रत्ना पांडे : Moral Stories in Hindi
सूरज ढल रहा था और अँधेरा फैलने को था। गाँव की वह लड़कियाँ इसी अंधेरे का इंतज़ार करती हैं, जिनके घरों में शौचालय नहीं होते। गाँव की एक ऐसी ही लड़की, हाथ में लोटा लिए, सुनसान जगह की ओर जा रही थी, जहाँ कोई नहीं आता-जाता था। ठाकुर रणवीर प्रताप अपनी ऊंची हवेली के झरोखे … Read more