पापा की परी – विमला गुगलानी :Moral Stories in Hindi
कामिनी दो कप चाय लेकर बाहर लान में ही ले आई जहां देवेश अखबार लेकर बैठे थे। अखबार सामने रखा था मगर देवेश का ध्यान कहीं और ही था। “ चाय”, कामिनी ने देवेश के हाथों में कप पकड़ाते हुए कहा। “ओह, हाँ” कह कर देवेश ने अखबार एक और रखते हुए कप पकड़ लिया … Read more