नाराजगी – आराधना सेन : Moral Stories in Hindi

माँ आपको मामा मामी बार बार फोन कर रहे हैं आप उठाती क्यूं नही?मेरे फोन पर मामा का फोन आया हैं बात करो!

हाँ हल्लौ सब ठीक तो हैं न जीजी कोई बात हो गया क्या! आप फोन नही उठा रही ,आप आ तो रही हैं न इस बार पूजा मे!

माँ ने बडे ही रुखे से अन्दाज मे उत्तर दिया नही नही इस् बार न आ पायेंगे घर मे बहुत से काम पडे हैं जिसे करवाना हैं इस बार न हो पायेगा!

अरे दीदी प्रणाम तभी मामी जी की आवाज आई”दीदी पूजा मे कौन घर मे काम करवाता हैं आप आ भी जाओ हर बार आती हैं इस बार न आई तो घर सुना सुना लगेगा!

अरे सुना काहे लगेगा अब तो तुम्हारी अपनी बेटी दामाद से घर मे रौनक आ जायेगी अब तो ननद की जरुरत ही नही

तभी तो बेटी के घर गई पूजा मे आने का निमन्त्रण देने ,बहन के घर तो नही भेजी भाई को पूजा मे निमन्त्रण करने,माँ रुखे शब्दो मे मामी से बात करते हुए फोन काट दी।

अब समझ आया माँ का गुस्सा, मामा मामी से दूरियो की वजह!

अनु माँ के पास बैठकर माँ को समझाने लगी “माँ आपके शादी को इतने साल हो गए मामाजी हर साल दुर्गपूजा मे आते हैं

निमंत्रित करने ,हम सब को नये नये कपडे देते हैं इस साल चिंकी दीदी की नई शादी हुई हैं उनके ससुराल जाना ज्यादा जरुरी हैं

मामा को फिर छुट्टी भी ज्यादा नही मिली थी आपके पास नही आ पाये लेकिन मुझसे फोन पर बार बार नये नये कपडो के लिए सबका साइज़ पूछते थे

बार बार आने को कहते ,उनके पास समय नही था की खुद आ पाये इसलिये फोन कर रहे थे की आपके रुखे शब्दो से उनका कितना दिल दुखा होगा,

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इन छोटी छोटी बातो से ही दुरिया बढती हैं,चलिये कल मामा घर चलते चिंकी दीदी नये जिजाजी से मिलते हैं सब साथ मे मिल कर दुर्गा पंडाल देखने जाएंगे।

माँ आज तक आपको आदर सत्कार जो प्यार मायके से मिलता था अब इन सब चीजो की हकदार चिंकी दीदी भी हैं

यह बात आपको समझनी होगी मामा मामी की परिस्थितियो को भी समझना होगा आजकल की व्यस्त समय को भी समझना होगा

इसलिय गुस्सा छोडिए और चलिये बैग पैकिंग करे मामा घर के लिये।

माँ अपने बेटी की इतनी गहरी बातो को सुनकर समझने की कोशिश कर रही हैं सच ही तो हैं एक छोटी सी बात के लिए मुँह फुलाकर रिश्तो मे दुरिया बढाने से अच्छा हैं

सबकी स्थितियो को समझकर कदम उठाये और खुशियाँ बांटे साथ मिलकर ,हर त्योहार मे अपनो से नाराजगी नही मुस्कुराहट के साथ मिले।

चलो बैग पैक करते हैं कल से पूजा शुरु हैं मेरे मायके मे धूमधाम से दुर्गा पूजा मनाया जाता हैं ,माँ को इस रुप मे देखकर बेटी भी खुश हो गई।

स्वरचित

आराधना सेन 

#रिश्तो मे बढती दूरियाँ

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