लड़की बिना कैसा अस्तित्व !! – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

“अरे सुधा आज तो मोहल्ले में कोई कंजक ही नजर नहीं आ रही !” मनोहर जी बाहर से आ बोला।

” अरे ऐसे कैसे जी इतनी कंजक तो है हमारे मोहल्ले में फिर नजर क्यों ना आईं आपने ठीक से देखी ना होगी ।” सुधा जी बोली।

” सब जगह ढूंढा दूसरे मोहल्ले में भी गया पर कोई कंजक नहीं थी !” मनोहर जी कुर्सी पर बैठते हुए बोले।

” अब कन्या पूजन कैसे संपन्न होगा ? बहू तू ऐसा कर सात जगह परोसे निकाल दे मैं और तेरे ससुर मंदिर के बाहर दे आते हैं फिर तुझे आज डॉक्टर के भी तो जाना है ! सुधा जी बहू से बोली।

” जी मांजी !” सुधा जी की बहू कनक बस इतना बोली और अपना काम करने लगी।

” चलो जी फटाफट दे आते है फिर कनक और कबीर जाएंगे डॉक्टर के पास !” खाने के पैकेट पकड़ती सुधा जी मनोहर जी से बोली और दोनों बाहर निकल गए।

असल में सुधा जी की बहू कनक दूसरी बार मां बनने वाली थी पहली बेटी थी तो सुधा जी ने चोरी से लिंग परीक्षण करवाया था और दूसरी भी बेटी होने के कारण गर्भपात करवाने की ज़िद पर अडी थी हालाकि मनोहर जी ,कबीर और कनक कोई इस बात के लिए तैयार नहीं थे पर सुधा जी ने जान देने की धमकी दे सबको मजबूर कर दिया था।

” अरे यहां भी एक भी कन्या नजर नहीं आ रही ऐसा क्या अकाल पड़ गया कंजकों का !” मंदिर के बाहर पहुंच कर सुधा जी बोली।

” पता नहीं भाग्यवान ऐसा लग रहा धरती ही कन्या विहीन हो गई हो जैसे!” मनोहर जी चारों तरफ निगाह घुमाते हुए बोले।

दोनों ने काफी जगह देखा पर उन्हें कोई कन्या नजर नहीं आईं । 

“चलो जी घर चले आज डॉक्टर कनक के गर्भपात की तारीख बताने वाली है उन दोनों को देर हो जायेगी डॉक्टर के जाने में !” सुधा जी पति से बोली।

” पर ये कन्या पूजन का प्रसाद ….कन्या पूजन तो अधूरा रह गया ना!” मनोहर जी प्रसाद के पैकेट दिखा कर बोले तभी एक कुत्ता आया और पैकेट छीन कर भागने लगा ।

” ऐ हट हट !” सुधा जी कुत्ते को भगाने को उसकी तरफ भागी की पत्थर से टकरा नीचे गिर गई । तभी उनकी आंख खुल गई ।

“अरि भाग्यवान क्या हुआ नींद में किसे भगा रही थी !” मनोहर जी उनसे बोले।

” वो कुत्ता खाने का पैकेट…. ओह सब सपना था शुक्र है!” सुधा जी राहत की सांस ले बोली।

” कैसा सपना ?” मनोहर जी ने पूछा।

सुधा जी ने अपना सपना बताया सपने को सुन मनोहर जी गंभीरतापूर्वक बोले ” पता नहीं सपना था या ईश्वर का कोई संकेत!” 

” क्या मतलब!” सुधा जी बोली।

” तुम आज बहू की अजन्मी बच्ची को मरवाना चाहती हो फिर किस हक से तुम कन्यापूजन को कन्याएं ढूंढ़ रही थी क्या पता सपने के माध्यम से ईश्वर ने संकेत दिया हो कि अगर ऐसे ही सब गर्भ में कन्याओं को मरवाते रहे तो ये धरती कन्या विहीन हो जाएगी।  फिर कहां से होगा कन्यापूजन और सोचो फिर लड़के ही कहां से पैदा होंगे , क्या उनका कोई अस्तित्व होगा ? ” मनोहर जी सुधा जी को देखते हुए बोले।

” पर हमारे घर में एक लड़की है ना पहले से अब पोते की चाह गलत तो नहीं !” सुधा जी बोली।

” तुम्हारे तीन बेटे हैं …तुमने क्यों नहीं दूसरे या तीसरे को गर्भ में मरवाया तीन बेटे क्यों पैदा किए?” मनोहर जी ने पूछा।

” अरे लड़कों को कौन गर्भ में मारता है कैसी बात करते हो आप भी!” सुधा जी तनिक गुस्से से बोली।

” तो दो पोतियों हो जाएंगी तो कौनसी आफत आ जाएगी और अगर तुम्हारी सोच लड़का लड़की को ले नहीं बदल सकती तो कोई जरूरत नहीं आज के बाद कभी कन्या पूजन करने की क्योंकि जो कन्याओं को मरवाए उसे उन्हें पूजने का हक नहीं होता समझी तुम सिर्फ ढकोसले के लिए कन्या पूजन मत करो।” मनोहर जी ये बोल गुस्से में वहां से चल दिए।

सुधा जी बहुत देर तक अपने सपने और मनोहर जी की बातों के बारे में सोचती रही। 

तभी ” मांजी कन्यापूजन के लिए क्या क्या बनाना है?” उनकी बहू कनक उनके पास आ बोली।

” अरे तू आराम कर ऐसी हालत में ज्यादा काम ठीक नहीं तेरे लिए मैं देख लूंगी सब … मुझे एक हष्ट पुष्ट पोती चाहिए कोई बीमार नहीं समझी इसलिए अच्छे से खा पी और आराम कर !” सुधा जी अचानक बोली।

” पर मांजी …!” कनक के मुंह से हैरानी में इतना ही निकला।

” अरे मेरी मति मारी गई थी जो देवी स्वरूप की हत्या करवाने चली थी भूल गई थी अगर लड़कियां ही नहीं रही तो संसार का अस्तित्व ही मिट जाएगा वो तो अच्छा हुआ ईश्वर ने मुझे गलत करने से पहले ही संकेत दे दिया । मैं गलत थी तू मुझे माफ कर दे बहू !” सुधा जी बोली।

कनक खुशी के आंसुओं के साथ सास के गले लग गई पीछे खड़े मनोहर जी और कबीर के चेहरे पर भी मुस्कान तैर गई।

दोस्तों लिंग प्रशिक्षण अपराध है फिर भी चोरी छिपे हो रहा आज भी । ये सच है जो लोग अपने घर में बेटियों को बोझ समझते है उन्हें कन्यापूजन का हक नहीं। अगर आपमें से किसी ने कभी ना कभी ऐसा कुछ किया है

तो कन्यापूजन बन्द कर दीजिए क्योंकि आप किसी अजन्मी कन्या की हत्या कर देवी को खुश कैसे कर सकते। एक बार सोच कर देखिये अगर लड़कियां ना रही तो क्या लड़को का अस्तित्व होगा , इस संसार का अस्तित्व होगा ??

आपकी दोस्त 

संगीता अग्रवाल

#अस्तित्व

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