राजवीर अदिति से मिल कर हवेली वापस लौटता है अब आगे –
आज उसका मन बहुत विचलित था। वो पूरी घटना के बारे में सोच रहा था।
अदिति ने उसे ठुकराया था और उसके कैरेक्टर पर सवाल खड़ा किया था।
इसमें गलती न उसकी थी न अदिति की थी वो दोनों अलग-अलग कल्चर में पले बढ़े थे।
जो राजवीर की नजर में गलत नहीं था वो अदिति की नजर में बहुत बड़ा गुनाह था।
सबसे बड़ी बात अदिति को उसके पास्ट और प्रजेंट के बारे में सब कुछ पता था।
वो ये समझ चुका था कि ये बात शुरू होने से पहले ही खत्म हो चुकी है।
उसके सामने सिवाय दुःख मनाने के और कोई चारा नहीं था।
डिनर टाइम हो रहा था। रामसिंह ने आकर आवाज दी।
“हुक्म सा” बड़े सरकार खाने पर इंतजार कर रहे हैं।
वो नीचे आया और खामोशी से डायनिंग टेबल पर बैठ गया।
बर्रखुरदार! क्या हुआ???? तुम्हारी शक्ल पर बारह क्यों बज रहें हैं??
मानवेंद्र सिंह उसके चेहरे को गौर से देख रहे थे।
ज्जज.……जी कुछ नहीं उसने गर्दन झुका कर जवाब दिया
आज शाम को कहां गए थे????
आपकी होने वाली बहू से मिलने उसके मुंह से निकला तो मानवेंद्र सिंह उसे आश्चर्य से देखने लगे।
तुम अदिति से मिलने गए थे।
जी
अच्छा तो क्या बातें हुई???
कुछ खास नहीं वो रिश्ते से मना कर रही है।
क्यों???? मानवेंद्र सिंह चौंक उठे
बाबा! उसे लीजा के बारे में पता है उसने बुझी हुई आवाज में कहा।
मानवेंद्र सिंह उसे ध्यान से देखने लगे।
जी बाबा
राजवीर ने हाथ में तोड़ा हुआ रोटी का कौर वापस प्लेट में रख दिया।
उसे पता है कि मैं अमेरिका में लिव इन में रहता हूं। मानवेंद्र सिंह ने उसकी तरफ देखा और शून्य में ताकने लगे।
क्या सोच रहे हैं बाबा???
कुछ नहीं बेटा जो हम बोते हैं वहीं हमें काटना पड़ता है।
देखा लीजा के साथ लिव-इन में रहने का तुम्हें कितना फायदा हुआ???
“आई एम सॉरी” बाबा
कोई बात नहीं मेरी नजर में एक दो लड़कियां और हैं उन्हें भी देख लो हो सकता है वो तुम्हे पसंद आ जाएं।
नहीं बाबा कोई और नहीं
देख तो लो हो सकता है वो लड़कियां शायद अदिति से भी सुंदर हों।
बाबा! बात खूबसूरती की नहीं है। वो सबसे अलग है।
अब अगर अदिति तुमसे शादी नहीं करना चाहती तो हम उसे मजबूर नहीं कर सकते।
मान लो ये रिश्ता हो भी गया और तुम दोनों की आपस में नही बनी तो तुम यही कहोगे कि मैं डिवोर्स ले लूंगा।
बेटा गांव के कल्चर में आज भी इस बात को जुबान पर लाना भी पाप है।
जहां तक मैं चौधरियों के परिवार को जानता हूं वो रीति-रिवाज परम्पराओं का मान रखने वाले लोग हैं।
बाबा अगर मेरी शादी अदिति से होती है तो मैं आपसे प्रामिस करता हूं कि मैं ये शादी जिंदगी भर निभाऊंगा।
क्या आप इस मामले में कुछ नहीं कर सकते????
वो हाईली एजुकेटेड लड़की है अपने पैरों पर खड़ी है खूबसूरत है। बहुत अमीर तो नहीं पर इज्जतदार खानदान से है।
ऐसे में हम उसके ऊपर दबाव नहीं बना सकते।
फिलहाल कल तुम शाह परिवार की बेटी को देखने चले जाओ पुराने रईस लोग हैं अच्छा खानदान है लड़की खूबसूरत और पढ़ी लिखी है।
बाबा! मेरा मन नहीं है। कोई बात नहीं मेरा मन रखने के लिए चले जाओ।
मैं उन लोगों को कल ग्यारह बजे का टाइम बता देता हूं।
वो बेमन से हां कह कर अपने रूम में चला गया।
उसे सिर्फ अदिति का चेहरा याद आ रहा था। उसने बेख्याली में लीजा को फोन कर दिया।
हेई…. राज! “माई लव हाऊ आर यू” लीजा ने पूछा
“आई एम फाइन” उसने बुझी हुई आवाज में कहा
“व्हाट हैपेंड”
“व्हैन आर यू बैक”
यू टेक वन लाख डॉलर फ्राम जयंत एंड लीव माय हाउस
“व्हाट आर यू सेइंग” वो चिल्लाई तो राजवीर ने फोन काट दिया।
लीजा को फोन करने के बाद उसने जयंत को फोन किया।
हैलो! जयंत
“वाउ” गजब आखिर तुम्हें मेरी याद आ ही गई
आज तुम कितने दिनों बाद फोन कर रहे हो। यहां से गए तो लगता है कि तुम्हारी याददाश्त ही चली गई।
यारों को भूला नहीं जाता उन्हें मरते दम तक याद रखा जाता है। राजवीर ने जो फिलॉस्फी झाड़ी वो जयंत के गले नहीं उतरी।
अब बको भी फोन क्यों किया???? लीजा तुम्हारे पास आएगी उसे एक लाख डॉलर दो और घर खाली करने को कहो।
वो अच्छी लड़की है राज जयंत ने गंभीर स्वर में कहा
हुंअ…..….. राजवीर ने कहा और चुप हो गया।
क्या डेटिंग एप पर किसी और को डेट कर रहे हो??? जयंत ने पूछा
नहीं यार अब बस और नहीं
ये सब बहुत हो गया। मैं शादी करने की सोच रहा हूं।
क्याआआआआ…….. जयंत खुशी से चिल्लाया।
लड़की देखनी शुरू कर दी। कोई पसंद आई???? हां
एक पसंद आई है पर उसे मैं पसंद नहीं हूं राजवीर ने बुझे हुए स्वर में कहा
ऐसी कौन है भई?? जिसने मेरे इतने हैंडसम,गुड लुकिंग सक्सेसफुल दोस्त को पसंद नहीं किया।
फोटो है तो मुझे भेजो मैं भी तो देखूं कैसी है???
तुम्हें बड़ा इंटरेस्ट आ रहा है मुझे रिजेक्ट करने वाली में
अगर तुम्हारी भाभी बनी तो तब देख लेना चलो मैं फोन रख रहा हूं।
अगले दिन सुबह उसने नहा कर ब्रेकफास्ट किया
मानवेंद्र सिंह उसे ध्यान से देख रहे थे वो खोया खोया सा लग रहा था।
ऐसी रोनी शक्ल लेकर लड़की देखने जाओगे तो लड़की ना कह देगी। आपकी वजह से जा रहा हूं नहीं तो मेरा मन नहीं है।
मैं भी तुम्हारे साथ चल रहा हूं मानवेंद्र सिंह ने कहा तो वो हैरत से उन्हें देखने लगा।
वो दोनों शाह फैमिली के घर पहुंचे तो उदयभान शाह उनके स्वागत के लिए आए।
मानवेंद्र सिंह और उदयभान दोनों एक दूसरे के गले मिले।
राजवीर ने हाथ जोड़कर प्रणाम किया तो उदयभान जी उसे देखते रह गए।
उनकी पत्नी सुशीला देवी शाह आई उन्होंने मानवेंद्र जी के पैर छुए
राजवीर ने उन्हें भी प्रणाम किया। औपचारिक बातचीत के बाद सुशीला जी चाय नाश्ता का इंतजाम करने लगीं।
राजवीर नजरें घुमा कर उनकी कोठी की शानो-शौकत देखने लगा।
चाय-नाश्ते के बाद अब उसे लड़की का इंतजार था।
चंद्रिका को बुला दीजिए। उदयभान जी ने सुशीला जी से कहा।
चंद्रिका!
चंद्रिका आई और उसने मानवेंद्र जी के पैर छुए मानवेंद्र जी ने उसके सिर पर हाथ फेरा और उसे बैठने को कहा।
राजवीर उसे ध्यान से देख रहा था। चंद्रिका सिंपल सी लड़की थी।
राजवीर ने उसे अपना इंट्रोडक्शन दिया और उसके बारे में पूछने लगा वो कान्वेंट एजुकेटेड थी और उसने वनस्थली विद्यापीठ से ग्रेजुएशन के बाद एमबीए किया हुआ था।
वो बातें कर रहे थे तभी किसी के आने की आहट से राजवीर और बाकी सब ने चौंक कर उधर देखा।
राजवीर की सांसें तो जैसे हलक में अटक गई।
जिस लड़की ने पिछले दो दिनों से उसकी नींद चैन सब कुछ हराम कर दिया था वो उसके सामने खड़ी थी।
अदिति ने एक नजर उस पर डाली और बाकी लोगों की तरफ बढ़ गई।
उसे लग रहा था कि वो ग़लत टाइम पर आ गई।
प्रणाम फूफा सा! वो आगे बढ़ कर उदय भान जी के गले लगी।
सुशीला जी उसे देख कर चहक उठी
मेरी लाडो! प्रणाम बुआ सा ! उन्होंने उसे गले लगाया।
उसने आगे बढ़कर मानवेंद्र जी के पैर छुए और चंद्रिका की बगल में बैठ गई।
“बाई सा” उसने प्यार से चंद्रिका के हाथ थाम लिए
इससे मिलिए ये अदिति है मेरे भाई की बेटी
सुशीला जी चहक उठीं।
मैं कुलवीर चौधरी जी को जानता हूं और अदिति को भी मानवेंद्र जी मुस्कराए।
बेटा! पापा कैसे हैं??? जी वो बिल्कुल ठीक हैं।
राजवीर आंखें फाड़कर उसे देखने लगा। उसने व्हाइट और ब्लू कलर की लहरिया साड़ी पहनी हुई थी। उसके लंबे खुले बाल बेहद खूबसूरत लग रहे थे।
बिल्कुल सादा अंदाज नो मेकअप लुक में वो कहर ढा रही थी।
लाडो! आज साड़ी पहन कर कहां जा रही हो??? अरे बुआ सा ! पूनम का टिक्का है वहीं जा रही हूं सोचा आपसे मिलती चलूं
मम्मी ने आपके लिए कुछ सामान भिजवाया है। अब मैं चलती हूं। उसने हाथ जोड़े और बाहर निकल गई।
राजवीर चंद्रिका को एक्सक्यूज दे कर तेजी से अदिति के पीछे बाहर चला आया।
मिस! रूकिए उसने कहा तो अदिति ने पलट कर उसे देखा।
वो रूकी और उसे देखने लगी।
“व्हाट अ प्लीजेंट सरप्राइज” वो उसे देख कर मुस्कराया।
आप सोच नहीं सकती कि मैं आपको देख कर कितना खुश हूं ???आखिर अपनी मोहब्बत से दोबारा मुलाकात हो रही है उसकी आंखें चमक उठी।
यहां चंद्रिका बाई सा को देखने आए हैं???? वो गर्दन हिला कर उसकी आंखों में देखने लगा।
हुंअ……. और कब तक लड़कियां देखते रहेंगे???
जब तक आप हां नहीं कर देंगी।
आप कितने ढीठ और बेशर्म हैं ???? मैं अंदर देख रही थी कि आप मुझे किस तरह घूर रहे थे।
आप भी तो मुझे देख रही थीं।
गलतफहमी अच्छी नहीं होती। जिस लड़की को देखने आए हैं उस पर ध्यान दीजिए।
सच कहूं मुझे आपके अलावा कोई और पसंद आ ही नहीं सकती।
आप खाली जुबान ही चलाना जानती हैं या फिर
अपना टाइम वेस्ट मत कीजिए और अंदर जाइए वो तेजी से गाड़ी की तरफ बढ़ते हुए बोली।
सुनिए तो राजवीर ने उसका हाथ पकड़ लिया उसका टच फील करके वो अहसज हो गई पहली बार किसी लड़के ने उसे इस तरह छुआ था। उसके वर्क प्लेस में उसकी मुलाकात मेल और फीमेल दोनों से होती थी पर ऑफिशियल तरीके से हाथ मिलाना और इस तरह जबरदस्ती हाथ पकड़ना दोनों बातें डिफरेंट थी।
वो इधर-उधर देखने लगी
“आर यू आउट ऑफ युअर माइंड” उसने अपना हाथ छुड़ाया और आगे बढ़ गई
ये अमेरिका नहीं इंडिया है पर कई गर्लफ्रेंड रखने वाले लोग ये नहीं समझ सकते।
प्लीज! अदिति “ट्राय टू अंडरस्टैंड मी”
अच्छा सिर्फ इतना बता दीजिए कि आप मुझे रिजेक्ट सिर्फ इसलिए कर रही हैं कि मैं लिव इन में रहता हूं।
या मेरी शक्ल- सूरत आपको पसंद नहीं है।
आप अंदर जाइए वहां “बुआ सा और फूफा सा” आपका इंतजार कर रहे हैं।
मुझे अपना जवाब चाहिए वो उसके सामने आ कर खड़ा हो गया।
जैसा आप चाहती हैं मैं वैसा बन कर दिखाउंगा???
ओह रियली वो हंसी उसकी प्यारी सी मुस्कुराहट देख कर वो उसके और करीब खड़ा हो गया।
बेशर्मी की हद है क्या अब मुझसे चिपक जाएंगे???? वो चिढ़ते हुए पीछे हटी।
आप मौका तो दीजिए मैं बहुत मोहब्बत करने वाला शख्स हूं।
हां आपकी मोहब्बत के चर्चे तो सरे-आम हैं।
आप होंगे निक जोनस पर आपसे मोहब्बत करने वाली लड़की के भी कम से कम दो चार अफेयर्स तो होने ही चाहिए।
तभी जोड़ी जमेगी।
वो पीछे हट कर गाड़ी में बैठी और चली गई।
राजवीर अंदर आया तो उदयभान जी ने उसे लंच के लिए इंसिस्ट किया तो वो खड़ा उठा और उसने अपोलोजाइज किया
माफी चाहूंगा आज नहीं मुझे कहीं जाना है। वो दोनों वहां से निकले तो राजवीर ड्राइव करते हुए शांत था।
क्रमशः
रचना कंडवाल