ये क्या कर दिया रिचा तुमने , पापा और मेरी इज्जत का जरा भी ख्याल न किया। कितना मान कितनी इज्जत है तुम्हारे पापा कि इस शहर में सब मिट्टी में मिला दिया। तभी पीछे से सोमेश जी रिचा के पापा की कड़कती आवाज आई ,कह दो इससे इस घर से चली जाए , कोई जगह नहीं है इसकी यहां पर ।
किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा।और हां साहिल के पिता ने भी इस शादी से इंकार कर दिया है।अब इसे जहां जाना हो जाए , अपनी बेटी से कह दो सुमन इस घर में अब इसके लिए कोई जगह नहीं है।
रिचा दोनों हाथों से मुंह छिपाकर रो रही थी ।ये क्या हो गया इतनी बड़ी ग़लती मुझसे कैसे हो गई।अब क्या करूं मैं , कहां जाऊं, मम्मी पापा के नफरत का मैं कैसे सामना करूंगी। सोचते-सोचते रिचा ने एक बैग में कुछ कपड़े और अपने डाक्यूमेंट्र सब रखा और निकल पड़ी घर से एक अनजान मंजिल की ओर ।
रिचा ने मोबाइल से किसी गर्ल्स हॉस्टल का पता ढूढा और चल पड़ी । वहां गई तो उस हास्टल में कोई जगह ख़ाली नहीं था । दूसरे जगह गई तो वहां भी नहीं खाली था । फिर वही से पता लगा किसी से कि वहां कुछ दूर पर एक आंटी रहती है उनका बड़ा मकान है वो कमरे किराए पर देती है ।
जब रिचा वहां गई तो देखा उनका घर थोड़ी सूनसान जगह पर था , लेकिन फिर भी रिचा की मजबूरी थी तो वो वहां चली गई।वहां पर उसे एक कमरा मिल गया।ले तो लिया कमरा रिचा ने लेकिन वहां का माहौल और आटीं के हाव भाव से कुछ ठीक नहीं लग रहा था।
रिचा को एक बूढ़ी अम्मा कमरे तक छोड गई और एक बोतल पानी और एक गिलास रख गई ।कमरे में डबल बेड डला हुआ था ।रिचा ने बूढ़ी अम्मा से पूछा कि क्या यहां कोई और लड़की भी आएंगी क्या तो बूढ़ी अम्मा ने नहीं में सिर हिला दिया।
रिचा को थोड़ा अजीब लगा। लेकिन दरवाजे को अंदर से बंद करके एक गिलास पानी पीकर लेट गई।लेटते के साथ ही उसको नींद आ गई ।थकी हुई थी और बहुत रोई भी थी तो लेटते के साथ ही सो गई। लेकिन कुछ देर बाद उसे ऐसा लगा कि कोई उसके साथ लेटा है और उसको छू रहा है।
वो अपनी आंखें खोलने की बहुत कोशिश कर रही थी लेकिन उसे कुछ साफ-साफ दिखाई नहीं दे रहा था।और उसे लग रहा था
कि कोई उसके शरीर से छेड़छाड़ कर रहा है।और वो बेबस सी पड़ी है।जब सुबह नींद खुली तो उसे अपने साथ कुछ ग़लत होने का अहसास हुआ।उसे समझ में आया कि हो न हो पानी में ही कुछ मिला था जो उसने एक गिलास पिआ था। जिससे उसे नशा सा चढ़ा था और वो चाहकर भी विरोध नहीं कर पाई।
रिचा ने फिर सामान उठाया और वहां से चले जाना ही बेहतर समझा।वो जल्दी जल्दी भागी जा रही थी कि एक कार से टकरा गई।कार चालक ने जब कार रोकी और उतर कर देखा तो वो रिचा थी । रिचा जिससे वो कालेज टाइम से ही बहुत प्यार करता था । उसने रिचा को उठाया और पूछा
रिचा तुम इस हालत में बदहवास सी कहां जा रही हो । पता नहीं कहां जा रही हूं रजत।अरे , क्यों क्या हुआ है तुम्हें ऐसे क्यों बोल रही हो, नहीं मुझे जाने दो पता नहीं कहां जा रही हूं । अच्छा चलो गाड़ी में बैठो , नहीं तुम परेशान न हों रजत मुझे जाने दो । नहीं , तुम्हें नहीं जाने दे सकता चलो बैठो गाड़ी में ,और रजत रिचा को लेकर घर गया।
रिचा सुमन और सोमेश की इकलौती संतान थी ।अच्छी पढ़ी लिखी थी मास्टर्स किया था और यूनिवर्सिटी में पढ़ाती थी। वहीं पर रजत भी पढ़ाया था और रिचा को पसंद करता था।पर कभी उसने रिचा से इजहार नहीं किया था।रजत की बहन रिचा की क्लास में पढ़ती थी वो जानती थी
कि भाई रिचा को पसंद करता है । उसने कई बार रजत से कहा भी कि रिचा को प्रपोज कर दें लेकिन रजत टाल जाता कि जब समय आएगा तब कर दूंगा। लेकिन रिचा साहिल को पसंद करती थी कालेज टाइम से ही ।साहिल थोड़ा मनचला टाइप का था। उसने पहले भी एक दो लड़कियों से चक्कर चलाया था
लेकिन फिर भी रिचा साहिल से प्यार करती थी । कहते हैं न कि प्यार अंधा होता है ।घर में रिचा की शादी की बात चल रही थी ।
सोमेश जी चाहते थे कि रिचा की शादी उनके दोस्त के बेटे से हो । जहां इज्जत और पैसे की कमी नहीं थी खूब शानो शौकत थी वहां। लेकिन रिचा साहिल को पसंद करती थी और वो पापा के दोस्त के बेटे से शादी करने को बिल्कुल तैयार नहीं थी । सोमेश जी
ने कई बार मना किया कि साहिल अच्छा लड़का नहीं है पत्नी से कहा उसे समझाने को लेकिन रिचा तैयार न हुई ।वो साहिल से ही शादी करने की ज़िद पर खड़ी रही। फिर रिचा के जिद के आगे साहिल से उसकी सगाई हो गई।
आज रिचा यूनिवर्सिटी गई तो रजत सोचकर बैठा था कि आज रिचा के सामने वो अपने प्यार का इजहार कर ही देगा। रिचा जब यूनिवर्सिटी पहुंची तो उसके हाथ में एक मिठाई का डिब्बा था वो रजत के पास गई ,रजत ये लो मिठाई खाओ मेरी मंगनी हो गई है,और हमारी जल्दी ही शादी होने वाली है।
इतना कहकर वो आगे बढ़ गई और दोस्तों को भी मिठाई खिलाने लगी। लेकिन इधर रजत के ऊपर मानो घड़ों पानी गिर गया हो क्यों कि वो अपने प्यार का इजहार रिचा से नहीं कर पाया था।रजत मायूस हो गया।
अब शादी तय होने के बाद सलिल रिचा से कहता हम लोग कहीं अकेले मिलते हैं। रिचा मना करती कि नहीं साहिल ये ठीक नहीं है,अब हम शादी के बाद ही मिलेंगे। लेकिन इसमें हर्ज ही क्या है रिचा इतने समय से हम एक दूसरे को जानते हैं और अब तो हमारी शादी भी होने वाली है । प्लीज़ मैं तुम्हारे बिना रह नहीं पाता प्लीज़ मिलों न मुझसे।
इधर रिचा के मम्मी पापा ने रिचा को मना कर रखा था कि शादी के पहले तुम साहिल से नहीं मिलोगी। लेकिन साहिल रोज रिचा को मजबूर करता था मिलने को।साहिल के इतना इसरार करने पर रिचा घर में बिना बताए ही साहिल से मिलने चली गई। फिर वही हुआ जो कुछ नहीं होना चाहिए था।साहिल ने रिचा की कुछ आपत्ति जनक तस्वीरें निकाल ली थी
रिचा बहुत मना करती रही ,अरे रिचा तुम परेशान न हों जबतक तुम साथ नही हो ये तस्वीरें मेरी तनहाई का सहारा बनेगी । लेकिन साहिल इसे रखना ठीक नहीं है मैं एक दो रोज में डिलिट कर दूंगा।साहिल इन्हें डिलिट कर दो किसी के हाथ लग गई तो बहुत मुश्किल होगी। हां हां मैं डिलिट कर दूंगा तुम परेशान न हों।
दो दिन के बाद जब रिचा यूनिवर्सिटी गई तो वहां खड़े लड़के लड़कियां सब की निगाहें उसे घूर रही थी।सबकी जुबान पर रिचा का ही नाम था।वो समझ नहीं पा रही थी कि क्या बात है। सभी स्टूडेंट्स अजीब नज़रों से देख रहे थे। आफिस पहुंची ही थी
कि बुलावा आया कि मैनेजमेंट में आपको बुलाया है। वहां पहुंचते ही सर ने कहा ये सब क्या है रिचा, क्या हुआ सर , तुम्हें नहीं पता नहीं, तुम्हारी अश्लील तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो रही है। देखो जरा।और जब रिचा ने देखा तो उसके होश उड़ गए।ये क्या किया साहिल ने।
मैनेजमेंट ने कहा ऐसे टीचर को हम नहीं रख सकते । स्टूडेंट पर क्या असर पड़ेगा। रिचा रोती हुई यूनिवर्सिटी से बाहर आ गई और बार बार साहिल को फोन लगाने लगी लेकिन उसका फोन बंद आ रहा था। रिचा बहुत परेशान हो रही थी। फिर शाम को किसी अनजान नंबर से रिचा के पास फोन आया एक दो तीन बार ,
फिर उसने फोन उठाया।हेलो कौन ,मैं साहिल बोला रहा हूं रिचा, रिचा चिल्ला उठी कहां हो साहिल तुम और ये क्या किया तुमने। फोटो इंटरनेट पर वायरल कर दी कहीं का नहीं छोड़ा तुमने।और मैंने तुमसे कहा था कि फोटो डिलीट कर दो लेकिन तूमने नहीं किया। रिचा चिल्लाए जा रही थी।
रिचा सुनो तो मेरी बात,कल रात मेरा मोबाइल रास्ते में किसी ने छीन लिया था और मैंने नहीं उसी ने फोटो वायरल की होगी।ये क्या कर दिया तुमने साहिल और रिचा फूट फूटकर रो पड़ी।
और वो फोटो साहिल और रिचा के मम्मी पापा तक पहुंच गई।आपस में जान पहचान और रिश्ते दारों तक पहुंच गई।अब साहिल के पापा ने शादी से इंकार कर दिया।जब ये बात रिचा के पापा ने रिचा को बताई तो रिचा ने साहिल से बात की तो साहिल ने कहा देखो रिचा मैं अपने पापा के खिलाफ नहीं जा सकता।और जब तुम शादी के पहले मेरे कहने पर ऐसा कर सकती हो तो किसी के भी साथ कर सकती हो।
साहिल की आदतें कुछ ठीक नहीं थी पहले भी । लेकिन रिचा इतनी पढ़ी लिखी होकर ऐसे लड़के के चक्कर मैं कैसे पड़ गई समझ नहीं आया। लेकिन प्यार अंधा होता है शायद ये बात यहां सही निकल रही थी।और रिचा सबकुछ जानते हुए भी साहिल के साथ प्यार के चक्कर में पड़ी रही।और उसका नतीजा ये निकला जो रिचा के सामने है। उसने सारी आपबीती रजत को बताई।
रजत रिचा को घर ले गया । मां से मिलवाया।रजत के पापा नहीं थे।रजत की मम्मी वकील थी । उन्होंने रिचा को अपने घर में शरण दी।दो दिन बाद जब रिचा नार्मल हुई तो वह घर से जाने लगी ।रजत ने रोका रिचा जो कुछ हुआ उसे भूल जाओ और मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं ।मैं तुमसे प्यार करता हूं। लेकिन रिचा तैयार नहीं हुई मेरे साथ ऐसा हो गया है तुम कैसे मुझसे शादी कर सकते हों। जाने दो रजत मुझे।तुम्हारी मम्मी हमें नहीं स्वीकार करेगी। तभी रजत की मम्मी बोली पड़ी, बेटा जमाना बदल गया है।मैं पढ़ी लिखी हूं और एक वकील भी हूं। ऐसा वाकया मैं रोज देखती रहती हूं। इसमें तुम्हारी कोई ग़लती नही है । हां जब तुम्हारे पापा ने मना किया था साहिल से शादी करने को तो तुम्हें मान जाना चाहिए था । बेटा बड़े लोगों की नजरें पारखी होती है अच्छा बुरा सब समझ जाते हैं । लेकिन बच्चों को जब मना करो तो उन्हें लगता है कि पापा हमारे खिलाफ है।रजत तुम्हें चाहता था पहले से मुझे पता है।
तुम रजत से शादी कर लो पुरानी बातों को भूल जाओ। मेरे बेटे की खुशी हमारी खुशी है। मम्मी पापा के घर से निकल कर रिचा को कोई सहारा नहीं दीख रहा था।सो उसने रजत की मम्मी की बात मान ली ।
आज रजत और उसकी मम्मी रिचा के मम्मी के घर गए और सबकुछ बताया और शादी में शामिल होने को कहा।
आज रजत और रिचा की शादी हो गई और रिचा के मम्मी पापा का भी आशीर्वाद मिला ।सभी लोग खुश थे ।
दोस्तों विश्वास और भरोसे में आकर ऐसी घटनाएं घट जाती है । जिसमें लड़के का तो कुछ नहीं बिगड़ता लेकिन लड़की बदनाम हो जाती है ।तो ऐसे मामलो से सावधान रहें।
मंजू ओमर
झांसी उत्तर प्रदेश
6 दिसंबर