शर्मा जी के घर के बाहर पुलिस की गाड़ी खड़ी थी ,उनके बेटे अंकित को पुलिस लेने आई थी । उनकी बेटी आन्या मेरी अच्छी दोस्त है मैं सोच रही थी उससे कैसे तभी फोन की घंटी बजी फोन आन्या का था _ सुमी भाई को पुलिस ले गई ,अंकित पर एक लड़की ने चार्ज लगाया है कहकर वह रोने लगी ।
तुम परेशान मत हो मै अभी आतीपूछूं हूं कहकर फोन रखा था की मम्मी ने तेज आवाज में डाटा
,खबरदार जो उधर गई ऐसे आवारा लड़के करेंगे क्या ?
घर की इज्जत बर्बाद करेंगे ,
अब से तुम आन्या के घर नहीं जाओगी ,
मम्मी पर आन्या की क्या गलती है वह तो भाई की हरकतों से खुद परेशान थी घर में जब उसकी शिकायत करती तब उसकी मम्मी कहती , लड़का है अभी जिम्मेदारी पड़ेगी तब सही रास्ते पर आ जाएगा ।
वह अमीरजादों के साथ रहता है और उनके लिए चमचे की तरह उनकी हरकतों में साथ देता है । शर्मा अंकल उसकी पढ़ाई पर कितना खर्च करते है और वह उनकी इज्जत का भी ध्यान नहीं रखता ,पैसे वाले तो पुलिस का मुंह बंद कर देते हैं फसेंगे बेचारे अंकल घर की इज्जत बचाने के लिए पैसे बर्बाद करेंगे ।
मम्मी मुझे आन्या के घर जाने दो वह परेशान है मुसीबत में उसकी मदद नहीं तो सहानुभूति तो दे ही सकती हूं ।
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आन्या के घर में मातम सा छाया था ,आंटी रो रही थी मुझे देखकर थोड़ी झेंप गई थी क्योंकि वह हम दोनों को कॉलेज जाते समय बहुत नसीहत देती थी ,सुमी तुम और आन्या अपने घर की इज्जत हो सीधे कॉलेज से घर आना
बेटा आजकल समय खराब है ,बॉय फ्रेंड के साथ लड़कियां घूमने लगती हैं फिर घर की इज्जत पर दाग लगाती हैं ।
आंटी हम दोनों ऐसा कुछ नहीं करेंगे हमारे कोई बॉयफ्रेंड नहीं हैं हमे अपने कैरियर की चिंता है और घर की इज्जत की भी ।
आंटी को देखकर पूछने का मन कर रहा था घर की इज्जत का ठेका तो आप लड़कियों पर डाल रही थीं अपने लाडले को नहीं समझा पाई कि घर की संपत्ति के साथ वह घर की इज्जत का मालिक भी है ।
इस समय मुझे आन्या को संभालना था उसे बहुत शामिंदगी लग रही थी कि उसका भाई जो उससे दो साल बड़ा है इतना संस्कार हीन क्यों हो गया ?
क्या उसे उस लड़की में अपनी बहिन नजर नहीं आई ,पापा की समाज में कितनी इज्जत है लोगो को क्या जवाब देंगे ?
सब सोच सोच कर उसके मन की पीड़ा आंसुओं के साथ बह रही थी ।
मैने उसके कंधे पर हांथ रखा तो वह मेरे हाथों को पकड़कर पूछने लगी सुमी क्या मेरा भाई ऐसा हो सकता है ?
उसके दोस्तो ने उसे फसाया है वह मौज मस्ती कुछ भी कर ले परन्तु किसी लड़की की इज्जत पर हांथ नहीं डाल सकता ,
उसके घर में जब उसके खुद एक बहिन है ।
नहीं आन्या अंकित ऐसा नहीं है ,संगति में गेहूं के साथ घुन भी पिस जाता है ।
रजत से उसकी दोस्ती हम लोगों को अच्छी नहीं लगती थी परन्तु घर में उसे कोई रोकता नहीं था ,उल्टेआंटी को लगता था उसके दोस्त बड़े अमीर है ।
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संस्कारों से अमीर तो अंकल हैं सबके प्रति कितनी दया रखते है किसी को कभी छोटा नहीं समझा सबकी मदद करते ।
परन्तु आज अपने बेटे के कारण वकील और पुलिस के सामने अपने को कितना निरीह महसूस कर रहे हैं ।
बहुत प्रयास के बाद वह अंकित की जमानत करा कर रात तक घर आए ।
आन्या ने फोनकर मुझे बताया कि अंकित घर आ गया लेकिन वह काफी डिप्रेस है उसे अब समझ आ गया था कि उसने अपनी मौज मस्ती में घर की इज्जत को कितना खराब कर दिया है ।
शर्मा आंटी को लगता अब आन्या और अंकित की शादी में कही अड़चन न होने लगे इस घटना से यही सोच सोच कर परेशान है ।
आज तक महीनों बाद भी आन्या और उसके मम्मी पापा इस सदमे को भूल नहीं पा रहे हैं आंटी को शुगर हो गई है ।
शर्मा अंकल बेचारे अब बहुत उदास रहते हैं उनके चेहरे की मुकराहट अपने बेटे की बजह से खो गई है ।
स्वरचित
पूजा मिश्रा