दरार !- अंजना ठाकुर : Moral Stories in Hindi

Moral Stories in Hindi : आज मंजरी ने सौरभ को अपनी दोस्त रिया के साथ देखा तो अंदर की जलन को रोक नहीं पाई उसे पता था जो आज रिया के पास है वो कल तक उसका था

सौरभ मंजरी से बहुत प्यार करता था लेकिन उस समय सौरभ की नौकरी साधारण थी और मंजरी के ऊंचे ऊंचे ख्वाब थे तो उसने मना कर दिया रिया सौरभ को पसंद करती थी दिल टूटने के बाद उसने सौरभ को सहारा दिया तो सौरब को उसके प्यार की कद्र हुई और दोनों ने शादी कर ली शादी के बाद सौरभ तरक्की करता गया और आज उसके पास सब कुछ था।

उधर मंजरी को कोई लड़का पसंद नही आया हर किसी मैं कमी निकालना उसकी आदत थी आज रिया को खुश देखकर उसे बहुत जलन हुई

उसने दोनों को दूर करवाने को सोची जिससे सौरभ उसका हो जाएगा उसे पता था रिया कान की कच्ची है स्कूल समय से मंजरी इस बात का फायदा उठाती रही।

मंजरी ने रिया के घर आना जाना शुरू कर दिया

अब वो धीरे धीरे रिया के कान भरने लगी सौरभ

के बारे मैं उल्टा सीधा बोलती की आज भी सौरभ मुझे ही प्यार करता है उसने मुझसे कहा है अब मैं तेरे घर नहीं आया करूंगी

इस बात पर रिया को गुस्सा आया उसने सौरभ से लड़ाई करी सौरभ जब ये पूछने मंजरी के पास गया तो उसने ये बात भी बड़ा चढ़ाकर रिया को बोल दी अब रिया सौरभ की बात सुनने को तैयार नहीं उसे हर समय लगता सौरभ मंजरी से मिलने तो नही गया शक इतना बढ़ गया की उसने अलग होने तक की सोच ली।

आज वो सौरभ के ऑफिस देखने गई की वो ऑफिस मैं है की नहीं उसने सौरभ को फोन पर बात करते सुना तो और ध्यान से सुनने लगी सौरभ बोल रहा था मंजरी तुम कितनी भी चाल चल को मुझे रिया से दूर करने की पर तुम कभी कामयाब नही हो पाओगी मैं रिया से दिल से प्यार करता हूं रिया तुम्हारी चाल भले नही समझ पाए पर मैं अच्छे से जानता हूं तुम उसे दूर करके तुम आना चाहती हो क्योंकि आज मेरे पास वो सब है जो तुम्हे चाहिए था.. ये बात सुन रिया की आंखे भर आई ये क्या करने जा रही थी मैं अपना घर बरबाद करने चली थी ।

वो वापस घर की तरफ आ गई आज से नई शुरुआत करूंगी अब किसी की बात पर ध्यान नहीं दूंगी और उसने मंजरी का नंबर डिलीट कर दिया .!

स्वरचित

अंजना ठाकुर

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