नफ़रत की दीवार – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

आज दुबारा मनीषा के पापा का फ़ोन आया था …पुष्पा ! तुमने कुछ सोचा …. संजू से बात की क्या?  नहीं जी …. बस देविका से थोड़ा ज़िक्र किया था पर उसकी बातों से ऐसा लगा कि वो इस हक़ में नहीं कि मनीषा की छोटी बहन से संजू की शादी हो ….. आपको याद … Read more

बंटवारा – मनीषा सिंह : Moral Stories in Hindi

मां! बड़ी मम्मी और बड़े पापा आए हैं मैं उन्हें प्रणाम करके आती हूं••! आप भी चलो!  “तुझे जाना है तु जा”पर••वहां बैठने का काम नहीं! फटाफट चली आना! और ज्यादा दादी-नानी बनने की जरूरत नहीं! ठीक है••! उदास होकर अनुष्का वहां से चली गई।  क्यों शादी-शुदा बेटी को डांटती रहती हो ? राजेश बाबू … Read more

जा सकती हो मेरे घर से – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

रवि और सुनयना में आज कहासुनी हो गई थी और छोटी सी बात बतंगड़ बन गई थी। कहते हैं कि जब इंसान गुस्से में होता है तो दिमाग और जुबान दोनों पर काबू नहीं रख पाता है और उसने सुनयना को कहा कि,” जा सकती हो अपने घर” । “अपने घर…ओह! तो ये घर तुम्हारा … Read more

नफरत की दिवार – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

 शरद ने अपनी पत्नी शुभी से कहा यह  तुम क्या कह रही हो कि मैं गांव जाकर बाबूजी से मकान व दुकान में अपने हिस्से की बात करूं,क्योंकि कानूनन मेरा भी हक बनता है कि मैं भी अपने भाई के साथ बराबर का हिस्सेदार  हूं,उस घर व दुकान में…   तुम इतनी खुदगर्ज कैसे हो सकती … Read more

मां, मै अब आपके साथ नहीं रहूंगा। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

रोहिणी यहां बाहर क्यों बैठी हो? अंदर चलो बहुत रात हो गई है, इधर बॉलकोनी में बैठे-बैठे रात गुजार दोगी क्या? कमला जी ने अपनी बेटी को उलाहना देते हुए उसका हाथ पकड़ा और अंदर कमरे में ले आई। रोहिणी मां का स्पर्श पाते ही पिघल गई और उनके सीने से लग गई, बस मां … Read more

अनकहा इश्क – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

     पूछ लो अपनी लाडली से…. शादी करनी भी है या नहीं….   तेज आवाज में , लगभग चीखने वाले अंदाज में तीज प्रताप सिंह ने अपनी पत्नी अनुराधा से कहा…।     अनुराधा ने डरते हुए धीरे बोलने का आग्रह किया….पर आवाज इतनी तेज थी कि अपने कमरे में बैठी बिटिया स्वर्णिमा के कानों में भी इसकी गूंज … Read more

आख़िर ऐसे कब तक चलेगा….. – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

“ कितनी बार कहा है निकुंज मुझे तुम ये वक़्त बेवक्त लाल गुलाब का फूल या गुलदस्ता लाकर मत दिया करो…. ।”राशि निकुंज के हाथों को झटकते हुए बोली जो बड़े प्यार से उसके लिए लाल गुलाबों का गुलदस्ता लेकर आया था  “ वो क्या है राशि …जब भी ऑफिस से आते वक़्त….ट्रैफ़िक सिग्नल पर … Read more

नफरत की दीवार – रितिका सोनाली : Moral Stories in Hindi

गृहप्रवेश करने के लिए नयी दुल्हन ने जैसे ही पैर बढ़ाया, उससे १० साल बड़ी एकलौती ननद ने अपनी टांग आगे करके रोक दिया. “बहुत सुन्दर हार पहनी हो बहु, भाई ने मुझे तो नहीं दिलाया इतना सुन्दर. बढ़िया डिज़ाइन का खुद के लिए मायके से ले लिया और बेकार सी डिज़ाइन का मुझे दिलवा … Read more

नफरत की दीवार – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

रजनी आफिस जाने वाली होती है, तभी रोशनी टिफिन पैक करके कहती -” सुनो रजनी आज पूरा टिफिन खत्म करके आना, तुम्हारी फेवरेट भरवां भिंडी बनाई है। ” इतना सुनते ही रजनी कहती-” अरे वाह भाभी आज तो खुब दबाकर खाऊंगी, क्योंकि आपसे अच्छी भिंडी तो कोई बना ही नहीं सकता।तब रोशनी खुश होकर कहती … Read more

नफरत की दीवार – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

सुनील और अनिल दो भाई दोनों की बहुत ही बनती थी दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रहते थे खाना भी साथ में खाना और कहीं पर काम में जाना तो एक साथ जाना छोटे-छोटे बिजनेस करते थे कभी सुई धागा का बिजनेस तो कभी ब्रश बनाने का बिजनेस कभी बालों में लगाने वाले बैंड … Read more

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