काव्या – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral Stories in Hindi

******** ” बधाई हो काव्या, तुम मॉ बनने वाली हो।” इतना सुनते ही विगत स्मृतियां उसके मस्तिष्क में शोर मचाने लगीं। उसे आज भी वह दिन याद था जब डॉक्टर वेदांत की कार से टकराकर वह अचेत हो गई थी। डॉक्टर वेदांत और रुद्रांगी अपने मित्र के विवाह समारोह से वापस लौट रहे थे। डॉक्टर … Read more

पत्थर दिल – बीना शुक्ला : Moral Stories in Hindi

आज नीलाक्ष बहुत खुश था। कल कोर्ट के फैसले का आखिरी दिन है। उसने शोभना की हर शर्त मान ली थी।  निर्णय सुनाने के पहले जज ने उसे और शोभना को एक बार मिलने की औपचारिकता का समय भी दिया। उस समय भी शोभना ने फिर उससे कहा – ” मुझे क्षमा कर दो नीलाक्ष। … Read more

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